(ग्राफिक्स के साथ)
नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) रिलायंस इंडस्ट्रीज का एकीकृत शुद्ध लाभ अप्रैल-जून तिमाही में 78.3 प्रतिशत उछलकर 26,994 करोड़ रुपये हो गया जो इसका अबतक का सर्वाधिक तिमाही लाभ है। उपभोक्ता कारोबारों एवं निवेश बिक्री के शानदार प्रदर्शन से कंपनी का लाभ बढ़ा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. (आरआईएल) ने शुक्रवार को शेयर बाजार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के वित्तीय नतीजों की सूचना देते हुए कहा कि उसका एकीकृत शुद्ध लाभ अप्रैल-जून 2025 में 26,994 करोड़ रुपये यानी 19.95 रुपये प्रति शेयर रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 15,138 करोड़ रुपये था।
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी आरआईएल का शुद्ध लाभ तिमाही आधार पर 39 प्रतिशत अधिक रहा। कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही में 19,407 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।
आलोच्य तिमाही में मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी ने उपभोक्ता व्यवसायों- खुदरा और दूरसंचार खंडों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की।
दूरसंचार इकाई जियो को उपभोक्ता आधार में वृद्धि से मदद मिली जबकि खुदरा व्यवसाय रिलायंस रिटेल को स्टोर नेटवर्क के विस्तार और ग्राहकों की आमद बढ़ने का फायदा हुआ।
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में आरआईएल का परिचालन राजस्व 5.26 प्रतिशत बढ़कर 2.48 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 2.36 लाख करोड़ रुपये था।
कंपनी ने कहा कि आलोच्य तिमाही में सूचीबद्ध निवेशों की बिक्री से हुए लाभ के दम पर उसकी अन्य आय 8,924 करोड़ रुपये रही।
कंपनी के मुख्य व्यवसाय पेट्रोलियम रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल ने कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और नियोजित बंदी में कम मात्रा की रिफाइनिंग होने के कारण सालाना आधार पर 1.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की।
कंपनी के एक बयान में कहा कि जियो-बीपी के जरिये परिवहन ईंधन की घरेलू बिक्री में वृद्धि से इस खंड के राजस्व को समर्थन मिला।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस ने वित्त वर्ष 2025-26 की शुरुआत एक मजबूत एवं चौतरफा परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन के साथ की है।
अंबानी ने कहा, ‘वैश्विक वृहद-आर्थिक परिदृश्य में उल्लेखनीय उतार-चढ़ाव के बावजूद, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एकीकृत ईबीआईटीडीए (कर पूर्व आय) एक साल पहले की तुलना में काफी सुधरा है। तिमाही के दौरान ऊर्जा बाजारों में अनिश्चितता का माहौल रहा और कच्चे तेल की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया।’
उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम व्यवसाय ने घरेलू मांग की पूर्ति और जियो-बीपी नेटवर्क के जरिये मूल्यवर्धित समाधानों की पेशकश के दम पर मजबूत वृद्धि दर्ज की जबकि ईंधन एवं अन्य उत्पादों के मार्जिन में सुधार से भी प्रदर्शन को बल मिला।
रिलायंस के डिजिटल सेवा व्यवसाय जियो प्लेटफॉर्म्स का आलोच्य अवधि में शुद्ध लाभ 25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,110 करोड़ रुपये हो गया। इसका उपभोक्ता आधार मार्च अंत के 48.82 करोड़ से बढ़कर जून अंत में 49.81 करोड़ हो गया। इस दौरान ‘प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व’ (एआरपीयू) 206.2 रुपये से बढ़कर 208.8 रुपये हो गया।
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में जियो प्लेटफॉर्म्स का सकल राजस्व सालाना आधार पर 19 प्रतिशत बढ़कर 41,054 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान जियो ने 20 करोड़ 5जी ग्राहकों और दो करोड़ घरेलू कनेक्शनों का आंकड़ा पार किया है।
अंबानी ने कहा, ‘जियो एयरफाइबर अब 74 लाख ग्राहकों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा एफडब्ल्यूए (फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस) सेवा प्रदाता है। हमारे डिजिटल सेवा व्यवसाय ने मजबूत वित्तीय और परिचालन प्रदर्शन के साथ अपनी बाजार स्थिति को भी मजबूत किया है।’
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी के खुदरा व्यवसाय रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड (आरआरवीएल) का लाभ 28.3 प्रतिशत बढ़कर 3,271 करोड़ रुपये हो गया जबकि इसके स्टोर की संख्या 19,340 से बढ़कर 19,592 हो गई।
पिछली तिमाही में आरआरवीएल का सकल राजस्व 11.3 प्रतिशत बढ़कर 84,171 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 75,615 करोड़ रुपये था।
अंबानी ने कहा, ‘खुदरा कारोबार का ग्राहक आधार बढ़कर 35.8 करोड़ हो गया है और परिचालन मानकों में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हम अपने ‘दैनिक उपभोग के सामान’ (एफएमसीजी) से संबंधित ब्रांडों का पोर्टफोलियो मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो भारतीय उपभोक्ताओं की पसंद के अनुरूप हों।’
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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