नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2036 ओलंपिक की पदक तालिका में भारत के शीर्ष पांच में शामिल होने की उम्मीद जताते हुए शुक्रवार को यहां कहा कि सरकार लगभग 3,000 खिलाड़ियों को प्रति माह 50,000 रुपये की सहायता प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ओलंपिक के लिए एक विस्तृत और व्यवस्थित योजना बना रही है।
21वें ‘वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स 2025’ में भाग लेने वाले भारतीय दल के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि भारत 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए बोली लगाने जा रहा है जबकि उसने राष्ट्रमंडल खेलों के लिए पहले ही बोली प्रस्तुत कर दी है और फिर एशियाई खेलों की मेजबानी के लिए भी बोली प्रस्तुत की है।
उन्होंने कहा कि भारत में इन टूर्नामेंट की मेजबानी का उद्देश्य खेलों को देश के लोगों और पुलिस व अग्निशमन विभाग जैसे विभिन्न वर्गों के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा बनाना है।
शाह ने कहा, ‘‘बड़ी संख्या में नए खेल बुनियादी ढांचे विकसित किए गए हैं। टॉप्स (टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम) के अंतर्गत लगभग 3,000 खिलाड़ियों को 2036 के ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिए 50,000 रुपये की मासिक सहायता प्रदान की जा रही है। ’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में खेलों को बहुत महत्व दिया गया है।
शाह ने कहा कि ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ ने एथलीट चयन प्रक्रिया पर भी सकारात्मक प्रभाव डाला है जिसके परिणामस्वरूप ओलंपिक, पैरालंपिक और एशियाई खेलों में जीते गए पदकों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि जीत और हार जीवन चक्र का हिस्सा है लेकिन जीत का लक्ष्य तय करना तथा जीत के लिए योजना बनाना हर किसी का ‘स्वभाव’ होना चाहिए। जीतना किसी आदत की तरह होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि जो लोग जीतने की आदत विकसित करते हैं, वे हमेशा असाधारण प्रदर्शन करते हैं।
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि मोदी सरकार खेल को हर गांव तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि हर खेल में विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों का चयन और प्रशिक्षण वैज्ञानिक तरीके से किया जा रहा है।
शाह ने कहा कि हर पुलिस अधिकारी की दिनचर्या ऐसी होनी चाहिए कि उसकी दिन की शुरुआत परेड से हो और शाम खेल के साथ समाप्त हो।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर सभी पुलिसकर्मी नियमित रूप से खेलने की आदत विकसित करते हैं तो इससे न केवल तनाव कम होगा बल्कि काम की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।’’
गृह मंत्री ने कहा कि ‘अखिल भारतीय पुलिस खेल नियंत्रण बोर्ड’ का हिस्सा बनने वाले सभी पुलिस बलों का लक्ष्य कम से कम तीन पदक जीतना होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम अगर इस लक्ष्य को हासिल कर लेते हैं, तो इस साल आपके द्वारा बनाया गया रिकॉर्ड 2029 में गुजरात में होने वाले ‘वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स’ में आपके द्वारा पार कर लिया जाएगा। ’’
उन्होंने कहा कि ‘वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स 2025’ में भाग लेने वाले पुलिस कर्मियों की सफलता का जश्न मनाया जाना चाहिए और देश की जनता को भी इसकी सटीक जानकारी मिलनी चाहिए।
शाह ने कहा कि ‘वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स 2029’ का आयोजन अहमदाबाद, गांधीनगर और केवड़िया में होगा।
गृह मंत्री ने कहा कि जैसे-जैसे भारत वैश्विक खेल मंच पर आगे बढ़ रहा है तो खिलाड़ियों को ऐसा प्रदर्शन करना चाहिए जिससे देश में खेलों की अपार संभावनाओं के बारे में दुनिया भर में चर्चा हो।
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि 2036 के ओलंपिक में भारत शीर्ष पांच पदक विजेता देशों में शामिल होगा।
भाषा आनन्द नमिता आनन्द
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