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चेन्नई, 19 जुलाई (भाषा) प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को तमिलनाडु के वेलिंगटन स्थित रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) का दौरा किया और 81वें स्टाफ पाठ्यक्रम के छात्र अधिकारियों, कॉलेज के स्थायी कर्मचारियों और स्टेशन अधिकारियों को संबोधित किया।
जनरल अनिल चौहान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा सफल अभियानों के दौरान सेना के तीनों अंगों के बीच प्रदर्शित तालमेल के महत्व पर जोर दिया।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि बाद में कॉलेज के संकाय सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए जनरल अनिल चौहान ने एकीकरण और संयुक्तता की अनिवार्यता, क्षमता विकास, आत्मनिर्भरता और सेना में किए जा रहे परिवर्तनकारी बदलावों की गहन समझ पर जोर दिया।
डीएसएससी कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल वीरेंद्र वत्स ने कॉलेज में चल रही प्रशिक्षण गतिविधियों के बारे में सीडीएस को जानकारी दी, जहां संयुक्तता और अंतर-सेवा जागरूकता को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है, ‘‘विशेष रूप से डीप पर्पल डिवीजन के संस्थानीकरण के साथ।’’
विज्ञप्ति में कहा गया है कि कॉलेज में वर्तमान में 45 सप्ताह का 81वां स्टाफ पाठ्यक्रम चल रहा है और जिसमें 500 छात्र अधिकारी शामिल हैं, जिनमें 45 छात्र 35 मित्र देशों के हैं।
भाषा संतोष अमित
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