भुवनेश्वर, 20 जुलाई (भाषा) ओडिशा के पुरी जिले में अज्ञात बदमाशों द्वारा आग के हवाले की गई 15 वर्षीय लड़की की हालत रविवार सुबह स्थिर रही और उसे विमान से दिल्ली ले जाया जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यह घटना बलंगा थाना क्षेत्र के बयाबर गांव में शनिवार सुबह करीब नौ बजे उस समय हुई जब लड़की अपनी सहेली के घर से लौट रही थी।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर के ‘बर्न सेंटर’ विभाग के प्रमुख संजय गिरि ने बताया कि नाबालिग लड़की 70 प्रतिशत तक झुलस चुकी है लेकिन उसकी हालत स्थिर है।
उन्होंने बताया कि पीड़िता फिलहाल आईसीयू में है और उसे कृत्रिम तरीके से ऑक्सीजन दी जा रही है तथा उसकी हालत में सुधार हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम मरीज को तरल पदार्थ दे रहे हैं। कुल 12 चिकित्सकों और दो नर्सिंग अधिकारियों की एक टीम मरीज की देखभाल कर रही है।’’
एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक आशुतोष बिस्वास ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मरीज की हालत स्थिर है और इस स्थिति में उसे विमान के जरिए ले जाया जा सकता है। हम उसे शायद ढाई घंटे के भीतर ले जाएंगे। इसकी सूचना एम्स दिल्ली को दे दी गई है। उसे एक विशेष विमान से ले जाया जाएगा।’’
अधिकारियों ने बताया कि एम्स भुवनेश्वर और ओडिशा सरकार ने उसे राष्ट्रीय राजधानी ले जाने के लिए एम्स दिल्ली और मरीज के परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की है ताकि पीड़िता को बेहतर इलाज मिल सके।
गिरि ने कहा, ‘‘सरकार के प्रतिनिधियों ने उच्चस्तरीय अधिकारियों से बात की और हमने एम्स दिल्ली के साथ भी चर्चा की।’’
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को कहा था कि राज्य सरकार नाबालिग के बेहतर इलाज के लिए उसे दिल्ली ले जाने की योजना बना रही है लेकिन उन्होंने साथ ही कहा था कि एम्स भुवनेश्वर के अधिकारी उसकी स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए निर्णय लेंगे।
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि पीड़िता के शनिवार को बोलने की स्थिति में आने के बाद पुलिस ने एम्स भुवनेश्वर के आईसीयू में एक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में उसका बयान दर्ज किया। उन्होंने कहा कि उसका बयान जांच के लिए महत्वपूर्ण है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात युवकों ने लड़की को रोका, उसे जबरन भार्गवी नदी के किनारे ले गए और उस पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी।
पुलिस ने बताया कि लड़की को आग लगाने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए।
इसने बताया कि स्थानीय लोग आग बुझाकर उसे पिपिली सरकारी अस्पताल ले गए जहां से उसे एम्स भुवनेश्वर भेज दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि लड़की की मां ने बलंगा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि पीड़िता ने आठवीं कक्षा में पढ़ाई छोड़ दी थी और उसके पिता एक मोटर गैराज में काम करते हैं।
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सिम्मी नेत्रपाल
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