चंडीगढ़, 20 जुलाई (भाषा) भारतीय सेना ने रविवार को कहा कि वह दस साल के उस लड़के की पढ़ाई का खर्च उठाएगी जिसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पंजाब के एक गांव में गोलीबारी के समय सैनिकों को खान-पान की चीजें मुहैया कराई थीं।
शावन सिंह, तारा वाली गांव में तैनात सैनिकों के लिए काम करता था।
गोलीबारी शुरू होने पर, सिंह सैनिकों के लिए पानी, बर्फ, चाय, दूध और लस्सी लेकर गया। लड़के के साहस और उत्साह को देखते हुए भारतीय सेना की गोल्डन एरो डिवीजन ने उसकी शिक्षा का पूरा खर्च उठाने का वादा किया है।
शनिवार को फिरोजपुर छावनी में एक समारोह के दौरान, पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने लड़के को सम्मानित भी किया।
सेना ने कहा कि शावन की कहानी देश भर के उन ‘ नायकों’ की याद दिलाती है जो सम्मान व समर्थन के हकदार हैं।
फिरोजपुर जिले के ममदोट इलाके में रहने वाले शावन ने पहले कहा था कि वह भी बड़ा होकर सेना में भर्ती होना चाहता है।
लड़के ने कहा, ‘मैं बड़ा होकर फौजी बनना चाहता हूं। मैं देश की सेवा करना चाहता हूं।’
लड़के के पिता ने तब कहा था, ‘हमें उस पर गर्व है। सैनिक भी उससे प्यार करते हैं।’
भाषा जोहेब नरेश
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