नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) भारतीय विमानन कंपनी इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने शुक्रवार को कहा कि टर्किश एयरलाइंस के विमानों के ‘वेट लीजिंग’ पर किसी भी सरकारी नियम का पालन करेंगे।
‘वेट लीजिंग’ में विमान देने वाली कंपनी ही चालक दल, रखरखाव और बीमा का इंतजाम करती है।
पिछले हफ्ते नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा था कि मंत्रालय टर्किश एयरलाइंस से पट्टे पर लिए गए विमानों के उपयोग पर इंडिगो और सुरक्षा एजेंसियों से परामर्श कर रहा है और इस बारे में आगे फैसला किया जाएगा।
एल्बर्स ने पीटीआई वीडियो को बताया, ”भारत और तुर्किये के बीच उड़ानें द्विपक्षीय हवाई सेवा समझौते के तहत संचालित होती हैं। हम आज अनुपालन कर रहे हैं और हम आगे किसी भी सरकारी नियम का पालन करना जारी रखेंगे।”
विमानन सुरक्षा निगरानी संस्था बीसीएएस ने 15 मई को राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में तुर्किये की कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी थी।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्किये ने पाकिस्तान का समर्थन किया था।
इंडिगो टर्किश एयरलाइंस से पट्टे पर लिए गए दो बोइंग 777 विमानों के साथ इस्तांबुल के लिए सीधी उड़ानें संचालित कर रही है, जिनमें से प्रत्येक में 500 से अधिक सीटें हैं। इंडिगो टर्किश एयरलाइंस के साथ कोडशेयर साझेदारी के माध्यम से यूरोप और अमेरिका में 40 से अधिक स्थानों पर परिचालन भी करती है।
एल्बर्स ने कहा कि भारतीय विमानन बाजार दुनिया के सबसे प्रतिस्पर्धी बाजारों में से एक है और इंडिगो के लिए लागत नेतृत्व बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
इंडिगो की घरेलू बाजार में हिस्सेदारी 60 प्रतिशत से अधिक है, और इस समय वह 40 से अधिक विदेशी शहरों सहित 130 से अधिक गंतव्यों को जोड़ने वाली लगभग 2,300 दैनिक उड़ानें संचालित कर रही है।
उन्होंने कहा, ”आमतौर पर भारतीय बाजार अभी भी सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी बाजारों में से एक है, कीमतें ऊपर-नीचे होती रहती हैं… परिचालन की लागत और परिचालन से आय के बीच एक संबंध होना चाहिए।”
भाषा पाण्डेय रमण
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