(फाइल फोटो के साथ)
नयी दिल्ली, पांच जून (भाषा) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रीजीजू ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार का लक्ष्य केंद्रीय वक्फ परिषद को समुदाय की सेवा में अधिक मजबूत और जवाबदेह बनाना है।
रीजीजू ने यह भी कहा कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन के लिए कानूनी और प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करता है।
केंद्रीय मंत्री ने पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर यहां केंद्रीय वक्फ भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की। इस दौरान, ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत विशेष वृक्षारोपण अभियान चलाया गया।
रीजीजू ने कहा, “हमारा लक्ष्य केंद्रीय वक्फ परिषद को समुदाय की सेवा में अधिक मजबूत और जवाबदेह बनाना है।”
उन्होंने केंद्रीय वक्फ परिषद (सीडब्ल्यूसी) जैसी अल्पसंख्यक संस्थाओं को सशक्त बनाने और पारदर्शी शासन सुनिश्चित करने के लिए सरकार की ओर से लगातार जारी प्रयासों को रेखांकित किया।
रीजीजू ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 पर प्रकाश डाला, जो वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन के लिए कानूनी और प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करता है।
सीडब्ल्यूसी अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक वैधानिक निकाय है, जिसकी स्थापना 1964 में वक्फ अधिनियम, 1954 के प्रावधानों के अनुसार की गई थी। यह परिषद वक्फ बोर्डों के कामकाज और वक्फ संपत्तियों के उचित प्रशासन से जुड़े मामलों में केंद्र के सलाहकार निकाय के रूप में काम करता है।
कार्यक्रम में रीजीजू ने केंद्रीय पोर्टल ‘उम्मीद’ की शुरुआत की घोषणा की, जो शुक्रवार से सक्रिय हो जाएगा। यह पोर्टल वक्फ संपत्तियों के डिजिटलीकरण और पंजीकरण की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी तथा सार्थक इस्तेमाल सुनिश्चित होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “राज्य सरकारों और वक्फ बोर्डों को सक्रिय रूप से डेटा अपलोड और प्रबंधित करना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नौ लाख से अधिक वक्फ संपत्तियों का सार्थक इस्तेमाल हो, खास तौर पर महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए।”
कार्यक्रम में रीजीजू के साथ अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के सचिव चंद्रशेखर कुमार के साथ मंत्रालय और सीडब्ल्यूसी के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
मीडिया से बातचीत में रीजीजू ने इस बात पर जोर दिया कि भारत पारिस्थितिकी संरक्षण के मामले में विश्व में अग्रणी देश है। उन्होंने कहा कि भारत वृक्षारोपण अभियान सहित अन्य पहलों के जरिये हरित आवरण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
रीजीजू ने कहा, “हम न केवल पर्यावरण के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं, बल्कि हम पारिस्थितिक संतुलन को बहाल करने के लिए भी सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।”
केंद्रीय वक्फ भवन में आयोजित वृक्षारोपण अभियान में मंत्रालय के सभी स्तरों से सक्रिय भागीदारी देखी गई। अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी मां के नाम पर पौधे लगाए।
कार्यक्रम में रीजीजू ने बेंगलुरु में हुई भगदड़ की घटना के पीड़ितों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।
भाषा पारुल पवनेश
पवनेश