आइजोल, 17 जुलाई (भाषा) मिजोरम में ट्रक चालकों के एक संघ ने असम के सिलचर शहर के माध्यम से मिजोरम को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के कुछ हिस्सों की खराब स्थिति को लेकर राज्य सरकार और एक निर्माण कंपनी के खिलाफ याचिका दायर की है। एक नेता ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
एमटीडीए नेता ने बताया कि ‘मिजोरम ट्रक ड्राइवर्स एसोसिएशन’ (एमटीडीए) ने हाल ही में राष्ट्रीय राजमार्ग के कावनपुई-सैरांग खंड की लगातार जर्जर स्थिति के संबंध में गुवाहाटी उच्च न्यायालय की आइजोल पीठ में एक जनहित याचिका दायर की है।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने जनहित याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग, एनएच-306, मिजोरम की प्रमुख जीवनरेखा है। राज्य के बाहर से सभी आपूर्तियां इसी राष्ट्रीय राजमार्ग के माध्यम से आती हैं। यह मिजोरम की राजधानी आइजोल को सिलचर शहर से जोड़ता है। इस राजमार्ग के एक हिस्से को एनएच-6 कहा जाता है।
नेता ने कहा कि याचिका में विशेष रूप से मानसून के दौरान राज्य की जीवन रेखा की बदतर स्थिति की ओर इशारा किया गया है। उन्होंने कहा कि यह लंबे समय से चालकों, ट्रांसपोर्टर और आम जनता के बीच चिंता का कारण रहा है।
उन्होंने कहा कि विचाराधीन सड़क खंड एनएच-306 पर 72-95 किलोमीटर और एनएच-06 पर 118-133 किलोमीटर के बीच स्थित हैं।
एमटीडीए ने अपनी याचिका में जोर देकर कहा कि यह राष्ट्रीय राजमार्ग मिजोरम की जीवन रेखा है। बारिश के कारण हुए भूस्खलन और गड्ढों के कारण कई वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
एसोसिएशन ने कहा कि सड़क की बार-बार मरम्मत के बावजूद काम की गुणवत्ता घटिया बनी रही, जिसके कारण कई बार ट्रक चालक सड़क का उपयोग करने से डरते थे।
भाषा
शुभम रंजन
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