बेंगलुरु, 17 जुलाई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर कन्नड़ भाषा की सामग्री के गलत स्व-अनुवाद (ऑटो ट्रांसलेशन) पर चिंता जताते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यह तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है और उपयोगकर्ताओं को गुमराह कर रहा है।
सिद्धरमैया ने कहा कि उनके मीडिया सलाहकार ने औपचारिक रूप से इन प्लेटफॉर्म की मूल कंपनी मेटा को पत्र लिखकर तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया मंचों को खासतौर पर सरकारी संचार में जिम्मेदारी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिकों को इस बारे में सचेत रहना चाहिए कि इन प्लेटफॉर्म पर होने वाला अनुवाद अक्सर गलत होता है।
सिद्धरमैया ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मेटा प्लेटफॉर्म पर कन्नड़ सामग्री के दोषपूर्ण स्व-अनुवाद में तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है और उपयोगकर्ताओं को गुमराह किया जा रहा है। आधिकारिक संचार के मामले में यह विशेष रूप से खतरनाक है। मेरे मीडिया सलाहकार ने मेटा को औपचारिक रूप से पत्र लिखकर तत्काल सुधार का आग्रह किया है।’’
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के.वी. प्रभाकर ने 16 जुलाई को मेटा को लिखे पत्र में इस संबंध में मुख्यमंत्री की ओर से गंभीर चिंता प्रकट की है।
उन्होंने लिखा, ‘‘हमने चिंता के साथ इस बात को संज्ञान में लिया है कि कन्नड़ से अंग्रेजी का स्व-अनुवाद अक्सर गलत रहता है और कुछ मामलों में तो बहुत ज्यादा भ्रामक होता है।’’
प्रभाकर ने कहा कि सरकारी संचार, विशेष रूप से मुख्यमंत्री जैसे किसी संवैधानिक प्राधिकार के पत्रों की संवेदनशीलता को देखते हुए त्रुटिपूर्ण अनुवाद टूल से इस तरह का गलत अनुवाद अस्वीकार्य है।
भाषा वैभव अविनाश रंजन
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