पटना, 17 जुलाई (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा लोकलुभावन कदम उठाते हुए बृहस्पतिवार को राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा की।
कुमार ने सोशल मीडिया पर यह घोषणा करते हुए कहा कि 1.67 करोड़ परिवारों को इसका लाभ मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि मुफ्त बिजली योजना एक अगस्त से प्रभावी होगी।
कुमार ने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि जुलाई के बिल से ही 125 यूनिट तक बिजली के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।’’
उन्होंने यह दावा भी किया, ‘‘हम पहले से ही सभी उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली प्रदान कर रहे हैं।’’
सबसे लंबे समय से बिहार के मुख्यमंत्री पद पर आसीन नीतीश कुमार ‘‘एक राष्ट्र, एक शुल्क’’ के समर्थक रहे हैं और दावा करते रहे हैं कि मौजूदा परिस्थितियों में बिहार को ग्रिड से उच्च दर पर बिजली मिल रही है।
नीतीश से पहले, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ‘‘200 यूनिट मुफ्त बिजली’’ देने का वादा किया था। तेजस्वी की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) राज्य में विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का नेतृत्व कर रही है।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख कुमार ने बिहार में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया और कहा कि अगले तीन वर्ष में राज्य में वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत के माध्यम से अनुमानित 10,000 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा।
उन्होंने राज्य सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्तपोषित ‘कुटीर ज्योति योजना’ का जिक्र किया, जिसके तहत सार्वजनिक स्थानों के साथ-साथ गरीब लोगों की सहमति से उनके घरों की छतों पर सौर ऊर्जा पैनल लगाए जाएंगे।
बाद में, संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं को राहत ‘मुख्यमंत्री उपभोक्ता सहायता योजना’ का एक हिस्सा है।
राज्य मंत्रिमंडल में वित्त विभाग का भी प्रभार संभाल रहे वरिष्ठ भाजपा नेता चौधरी ने कहा, ‘‘अब तक सरकार बिजली सब्सिडी पर लगभग 16,000 करोड़ रुपये का वार्षिक खर्च वहन करती रही है। नयी योजना से सब्सिडी की राशि बढ़कर 19,000 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी।’’
राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार के मुफ्त सुविधाएं नहीं देने संबंधी पूर्व के रुख के बारे में पूछे जाने पर, भाजपा नेता ने कहा, ‘‘हम मुफ्त शब्द का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। यह 100 प्रतिशत सब्सिडी है।’’
उन्होंने तेजस्वी यादव के इस दावे का भी मज़ाक उड़ाया कि नीतीश सरकार ‘‘नकलची’’ है और हाल में शुरू की गई सभी योजनाएं ‘इंडिया’ गठबंधन द्वारा किये गए वादों पर आधारित हैं।
चौधरी ने कहा, ‘‘मुझसे ‘बचवा’ पर टिप्पणी करने के लिए मत कहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चुनावों की घोषणा भी नहीं हुई है। अगर विपक्ष घोषणापत्र लाने की जल्दी में है तो हम क्या करें? सरकार अपना काम कर रही है, जैसा कि वह हमेशा करती आई है।’’
भाषा सुभाष अविनाश
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