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Sunday, July 20, 2025

त्योहारी मांग से ज्यादातर तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

Newsत्योहारी मांग से ज्यादातर तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) आगामी त्योहारों की मांग के कारण घरेलू तेल-तिलहन बाजार में बृहस्पतिवार को अधिकांश तेल-तिलहनों के दाम सुधार के साथ बंद हुए तथा सरसों, मूंगफली एवं सोयाबीन तेल-तिलहन की कीमतों में मजबूती रही। वहीं दोपहर 3.30 बजे मलेशिया एक्सचेंज के कमजोर रहने से कच्चे पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा नगण्य कामकाज के बीच बिनौला तेल के दाम पूर्ववत बने रहे।

शिकॉगो एक्सचेंज में रात लगभग 1.5 प्रतिशत का सुधार था और फिलहाल भी यहां सुधार जारी है। जबकि मलेशिया एक्सचेंज में दोपहर साढ़े तीन बजे गिरावट चल रही थी।

सूत्रों ने कहा कि कच्ची घानी की बड़ी तेल मिलों की मांग के कारण सरसों तेल-तिलहन कीमतें मजबूत रहीं। लेकिन पामोलीन और सोयाबीन तेल से यह लगभग 40-45 रुपये किलो महंगा हो चला है और इस कारण ग्राहक सरसों की जगह अब सोयाबीन, पामोलीन की ओर रुख कर रहे हैं। त्योहारी मांग के कारण सरसों तेल का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं की मांग कायम रहने से सरसों तेल-तिलहन के दाम में मजबूती रही।

उन्होंने कहा कि त्योहारों की वजह से मिल वालों की मांग के कारण मूंगफली तेल-तिलहन तथा प्लांट वालों की मांग बढ़ने के कारण सोयाबीन तेल-तिलहन के दाम भी बुधवार के मुकाबले मजबूती दर्शाते बंद हुए। वैसे वास्तविकता यह है कि दोनों ही तिलहनों के दाम अपने-अपने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी नीचे के हाजिर दाम पर बिक रहे हैं।

सूत्रों ने कहा कि सरकार को सरसों की बिक्री संभल-संभल कर और सावधानी बरतते हुए करनी होगी। इनकी बिक्री ऐसे हाथों में ना की जाये जहां स्टॉक किये जाने का खतरा हो बल्कि उसके बजाय उन तेल मिलों को करें जो पेराई के बाद सीधा बाजार में माल लाएं। इसके अलावा सरकार को चिंता करनी होगी कि जब मौजूदा समय में सोयाबीन एमएसपी से काफी नीचे दाम पर ठीक से बिक नहीं पा रहा तो ऐसे में आगामी डेढ़-दो महीने में आने वाली सोयाबीन के साथ मूंगफली की नयी फसल का एमएसपी किसानों को कैसे मिले।

खाद्य तेलों के खुदरा दाम में मनमानी बढोतरी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को एक पोर्टल बनाने पर भी विचार करना होगा जिसमें नियमित तौर पर खाद्य तेलों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) की घोषणा करना अनिवार्य हो। इससे कीमतों में मनमानी बढ़ोतरी पर अंकुश लग सकता है।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 7,375-7,425 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 5,900-6,275 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 14,050 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,300-2,600 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 16,400 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,700-2,800 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,700-2,835 रुपये प्रति टिन।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,700 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 10,050 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 10,975 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,200 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,700 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 11,650 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,450-4,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,150-4,250 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

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