बेंगलुरु, 19 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता आर. अशोक ने शहर में सुरंग सड़क परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार पर शनिवार को निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह न केवल एक ‘पर्यावरणीय आपदा’ है, बल्कि ‘राजनीतिक अहंकार, अहं और भ्रष्टाचार’ का स्मारक है।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार इस परियोजना के जरिए बेंगलुरु के सबसे प्रतिष्ठित विरासत क्षेत्रों एवं पर्यावरण की दृष्टि से अहम स्थानों- लालबाग, पैलेस ग्राउंड्स, सेंट जॉन्स अस्पताल, रेसकोर्स और हेब्बल – में 100 फुट गहरी खाइयां खोदकर सुरंग खोदने वाली विशाल मशीन लगाने की योजना बना रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह शहरी गतिशीलता नहीं है। यह शहरी विकृति है।’’
राज्य विधान सभा में विपक्ष के नेता अशोक ने परियोजना की आलोचना करते हुए कहा कि बेंगलुरु के लोग कुछ लोगों के ‘‘अहंकार की पुष्टि करने वाली सुरंग’’ के नहीं, बल्कि बेहतर सुविधाओं, स्वच्छ हवा, हरे भरे स्थानों और वास्तव में न्यायसंगत सार्वजनिक परिवहन के हकदार हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह विकास नहीं है। यह बुनियादी ढांचे के नाम पर पर्यावरणीय बर्बरता है और पहले से ही संकटग्रस्त शहर के साथ कांग्रेस के समर्थन से किया गया विश्वासघात है। इस सुरंग के अंत में लूट है।’’
कैबिनेट के एक फैसले के अनुसार सुरंग सड़क की लागत 17,780 करोड़ रुपये होगी और इसे संशोधित ‘बिल्ड-ओन-ऑपरेट-ट्रांसफर’ (बीओओटी) मॉडल के तहत लागू किया जाएगा। यह दोहरी सुरंग हेब्बल के एस्टीम मॉल जंक्शन से सिल्क बोर्ड जंक्शन तक 16.745 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
अशोक ने कहा, ‘‘शिवकुमार की सुरंग सड़क परियोजना न केवल एक पर्यावरणीय आपदा है बल्कि यह राजनीतिक अहंकार, अहं और भ्रष्टाचार का स्मारक है।’’
भाजपा नेता ने परियोजना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘यह वही राहुल गांधी हैं जिन्होंने आरे (महाराष्ट्र) और हसदेव अरण्य (छत्तीसगढ़) में पर्यावरण संबंधी चिंताओं को लेकर शोर मचाया था लेकिन जब उनकी अपनी पार्टी के उपमुख्यमंत्री बेंगलुरु की पारिस्थितिकी से खिलवाड़ कर रहे हैं तो वह अचानक आंखें फेर लेते हैं। यह पाखंड क्यों?’’
अशोक ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘क्या राहुल की पर्यावरण संबंधी चिंताएं सिर्फ भाजपा शासित राज्यों तक ही सीमित हैं? या फिर कांग्रेस आलाकमान को इस करोड़ों रुपये के सुरंग सड़क परियोजना सौदे में हिस्सा मिल रहा है? क्या उनकी चुप्पी ठेकों, कमीशन और विरासत की राजनीति से खरीदी गई है? इस सुरंग के अंत में लूट है!’’
हाल में भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी इस परियोजना को लेकर शिवकुमार की आलोचना की थी।
भाषा सिम्मी संतोष
संतोष