अमरावती, 19 जुलाई (भाषा) आंध्र प्रदेश की राजमपेटा लोकसभा सीट से सांसद पीवी मिथुन रेड्डी शनिवार को पिछली युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार के दौरान हुए कथित 3,200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष पेश हुए।
वाईएसआरसीपी नेता जांच में शामिल होने के लिए विजयवाड़ा पहुंचे।
मामले में धनंजय रेड्डी, कृष्ण मोहन रेड्डी और बालाजी गोविंदप्पा की गिरफ्तारी के बाद सांसद मिथुन रेड्डी से पूछताछ हुई।
विपक्षी दल ने मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर कथित रूप से प्रतिशोधात्मक व्यवहार करने और वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी के करीबी लोगों के खिलाफ ‘झूठे’ मामले दर्ज करने का आरोप लगाया।
वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता मल्लादी विष्णु ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मिथुन रेड्डी के खिलाफ मामला पार्टी नेतृत्व के करीबी लोगों को गिरफ्तार करने की एक बड़ी प्रतिशोधात्मक साजिश का हिस्सा है।
उन्होंने कहा, “लेकिन हम चंद्रबाबू नायडू के साजिश का पर्दाफाश करने का पूरा प्रयास करेंगे।”
विष्णु ने कहा कि नायडू सरकार की कार्रवाई जितनी अधिक प्रतिशोधात्मक होगी, सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार की ‘विफलताओं और भ्रष्टाचार’ को उजागर करने और उसका मुकाबला करने के प्रति वाईएसआरसीपी का संकल्प उतना ही मजबूत होगा।
वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता एल. अप्पी रेड्डी ने कहा कि मिथुन रेड्डी एक ऐसे परिवार से आते हैं जिसका लंबा और प्रतिष्ठित राजनीतिक इतिहास रहा है।
रेड्डी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ सेवा से कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि न्याय होगा और न्यायपालिका निष्पक्षता से काम करेगी। पूछताछ में शामिल होने का उनका (मिथुन रेड्डी) फैसला अपनी बेगुनाही साबित करने के उनके दृढ़ संकल्प और कानून के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है।”
भाषा जितेंद्र संतोष
संतोष