नयी दिल्ली, 19 जुलाई (भाषा) भोपाल से चोरी करने के लिए दिल्ली आए ईरानी गिरोह के दो सदस्यों को शुक्रवार देर रात मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। यहां एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान मुर्तजा अली उर्फ दमार (38) और सिराज अली (40) के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि पैरों में पुलिस की गोली लग जाने से वे घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ऐश्वर्या शर्मा ने बताया कि पुलिस को आरोपियों की गतिविधि के बारे में विशेष सूचना मिली थी, जिसके आधार पर इंद्रप्रस्थ पार्क के सामने मेरठ एक्सप्रेसवे टी-प्वाइंट के पास जाल बिछाया गया।
देर रात करीब साढ़े 12 बजे मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए संदिग्धों को रोका गया।
अधिकारी ने बताया, ‘‘पुलिस टीम द्वारा ललकारने पर दोनों ने गोलियां चला दीं, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।’’
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान आरोपियों ने चार राउंड फायरिंग की तो जबाव में पुलिस द्वारा भी तीन राउंड फायरिंग की गई। गोलीबारी के बाद दोनों आरोपियों को काबू कर लिया गया और अस्पताल ले जाया गया।
आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे अपने गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ चोरी करने के इरादे से भोपाल से दिल्ली आए थे। अब पुलिस उनके साथियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने में जुटी है।
अपराध एवं फोरेंसिक टीम ने निरीक्षण के लिए घटनास्थल का दौरा किया और भारतीय न्याय संहिता तथा शस्त्र अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत सनलाइट कॉलोनी थाने में मामला दर्ज कर लिया गया।
मुर्तज़ा पर मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में लूट, चोरी तथा डकेती के 46 मामले दर्ज हैं। वह एक साल पहले जेल से रिहा हुआ था।
पुलिस के अनुसार, सिराज अली पहले बेल्ट और ‘परफ्यूम’ बेचने का काम करता था। भोपाल में उसके खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज है।
पुलिस ने घटनास्थल से दो पिस्तौल, छह कारतूस और चोरी की गई एक मोटरसाइकिल बरामद की।
अतिरिक्त डीसीपी ने बताया कि गोलीबारी में कांस्टेबल राजेंद्र सुरक्षित बच गए, उन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनी थी और आरोपियों द्वारा चलाई गई गोली कांस्टेबल की जैकेट में जाकर लगी।
भाषा यासिर संतोष
संतोष