रायपुर, 19 जुलाई (भाषा) छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने शनिवार को घोषणा की कि वह 22 जुलाई को पूरे राज्य में आर्थिक नाकेबंदी करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आज दोपहर यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस पार्टी, विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के ‘दुरुपयोग’ के विरोध और छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए राज्यव्यापी आर्थिक नाकेबंदी करेगी।
बैज ने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में (दिसंबर 2023 में) सत्ता में आई है, कांग्रेस नेताओं को डराना-धमकाना और झूठे मामलों में फंसाकर जेल में डालना आम बात हो गई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार को रिमोट (केंद्र से) से नियंत्रित किया जा रहा है और यह दो साल में सभी मोर्चों पर विफल रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं और पूरी पार्टी भूपेश बघेल के साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा कि आर्थिक नाकेबंदी के दौरान, कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे और राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच) को अवरुद्ध करेंगे।
वहीं, कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि भाजपा पूरे छत्तीसगढ़ को उद्योगपति गौतम अदाणी को सौंपना चाहती है और जो भी इसका विरोध करेगा, उसका हश्र उनके बेटे जैसा ही होगा।
बघेल ने कहा, ”10 मार्च को (उनके बेटे के खिलाफ) ईडी द्वारा उनके ठिकानों पर छापेमारी के बाद, चैतन्य को एक भी नोटिस नहीं दिया गया। एक बार भी पूछताछ नहीं की गई और उन्हें सीधे गिरफ्तार कर लिया गया। यह संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाने और उन्हें दबाने की भाजपा की यह एक सुनियोजित रणनीति है।
बघेल ने कहा, ”उन्होंने पार्टी विधायक देवेंद्र यादव, सतनामी समाज के नेताओं और आदिवासी नेता कवासी लखमा को एक-एक करके जेल में डाल दिया। मेरा बेटा राजनीति में नहीं है और वह अपने व्यवसाय तथा खेती तक ही सीमित है। उनका (भाजपा) उद्देश्य कांग्रेस नेतृत्व का सफाया करना और उन्हें दबाना है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”वे (भाजपा) हमारे सभी प्राकृतिक संसाधनों को अदाणी को देने की साजिश कर रहे हैं। वे छत्तीसगढ़ को अदाणी को सौंपना चाहते हैं। यह केवल भूपेश बघेल, देवेंद्र यादव या कवासी लखमा की लड़ाई नहीं है। यह छत्तीसगढ़ को बचाने की हम सबकी लड़ाई है। हमें (मुख्यमंत्री) विष्णु देव साय, मोदी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) और शाह के तरीके का विरोध करना होगा।”
उन्होंने कहा कि (केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह) छत्तीसगढ़ के ‘जल-जंगल-जमीन’ को अदाणी को समर्पित कर रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह निशाने पर हैं, बघेल ने कहा, ”हां। उन्हें लगा कि मैं कई बार जेल जा चुका हूं, इसलिए उन्होंने मेरे बेटे को निशाना बनाया। लेकिन मेरा बेटा मुझसे ज्यादा ताकतवर है।”
बघेल ने कहा, ”हम (कांग्रेस) महात्मा गांधी, नेहरू और सरदार पटेल के वंशज हैं, जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ते हुए बिना किसी कारण के 10 साल जेल में बिताए। हम भी कुछ दिन (जेल में) बिताएंगे। लड़ाई देश और संविधान को बचाने की है। हमें जो भी कुर्बानी देनी होगी, हम देंगे।”
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