भुवनेश्वर, 19 जुलाई (भाषा) ओडिशा के पुरी जिले में शनिवार को अज्ञात लोगों ने 15 वर्षीय एक लड़की को आग लगा दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि लड़की को गंभीर हालत में एम्स-भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा कि लड़की 70 प्रतिशत तक झुलस चुकी है और बोल नहीं पा रही है।
उपमुख्यमंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रभाती परीडा ने कहा कि सरकार लड़की के इलाज का खर्च वहन करेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस को दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह घटना 12 जुलाई को बालासोर के एफएम कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा द्वारा यौन उत्पीड़न के कारण आत्मदाह किए जाने की घटना के कुछ ही समय बाद हुई है।
छात्रा की 14 जुलाई को मौत हो गई थी।
बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि ऐसे मामले शासन की व्यवस्थागत विफलता की ओर इशारा करते हैं।
घटना बलंगा थाना क्षेत्र के बयाबर गांव में सुबह करीब नौ बजे हुई, जब लड़की अपनी सहेली के घर जा रही थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात युवकों ने लड़की को रोका, उसे जबरन भार्गवी नदी के किनारे ले गए और शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी।
घटनास्थल नुआगोपालपुर बस्ती में स्थित उसके घर से लगभग 1.5 किलोमीटर जबकि बलंगा थाने से लगभग 5-7 किलोमीटर दूर है।
पुलिस ने बताया कि लड़की को आग लगाने के बाद बदमाश फरार हो गए। इसने कहा कि स्थानीय लोग आग बुझाकर उसे पिपिली सरकारी अस्पताल ले गए, जहां से उसे एम्स भुवनेश्वर भेज दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि लड़की के माता-पिता ने बलंगा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
उन्होंने बताया कि लड़की आठवीं कक्षा की छात्रा है और उसके पिता गाड़ियों की मरम्मत का काम करते हैं।
एम्स ने लड़की के समुचित इलाज के लिए चिकित्सकों की 14 सदस्यीय टीम का गठन किया है जिसमें मेडिसिन, पल्मोनरी मेडिसिन, एनेस्थीसिया, गायनोकोलॉजी, फॉरेंसिक मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी और अन्य विभागों के चिकित्सक शामिल हैं।
ओडिशा के पुलिस महानिदेशक वाईबी खुरानिया ने कहा कि पुलिस जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेगी।
उन्होंने कहा, “यह एक संवेदनशील घटना है। पुलिस आरोपियों को दंडित करने के लिए कानूनी संभावनाओं का पता लगाएगी।”
घटना पर पहुंचे पुरी के पुलिस अधीक्षक पिनाक मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है।
वैज्ञानिक टीम जांच में लगी हुई हैं।
अधिकारी ने बताया कि अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पिपिली उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) देबाशीष मिश्रा ने बताया कि लड़की की पीठ, पेट और अन्य हिस्से झुलस गए।
उन्होंने कहा, “अपराधियों को पकड़ने के लिए दो टीम बनाई गई हैं। हम आसपास के मकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों से सुराग हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।”
मिश्रा ने बताया कि पुलिस टीम को मौके पर जांच के दौरान वह बोतल मिली जिसमें ज्वलनशील पदार्थ था जिसका इस्तेमाल लड़की को जलाने के लिए किया गया था।
उन्होंने कहा, “आरोपियों की तलाश के लिए श्वान दस्ते को तैनात किया गया है, जबकि जिले के आसपास के इलाकों व भुवनेश्वर में भी तलाशी अभियान चलाया गया है।”
उपमुख्यमंत्री परीडा ने एक पोस्ट में कहा, “मैं यह खबर सुनकर दुखी व स्तब्ध हूं कि पुरी जिले के बलंगा में कुछ बदमाशों ने 15 वर्षीय लड़की पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।”
उन्होंने कहा, “लड़की को तुरंत एम्स भुवनेश्वर भेज दिया गया और उसके इलाज के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। इलाज का सारा खर्च सरकार उठाएगी। पुलिस प्रशासन को दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।”
इस बीच, विपक्षी बीजद और कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने एम्स-भुवनेश्वर जाकर लड़की के परिजन और चिकित्सकों से मुलाकात की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने कहा, “अभी लड़की का उपचार किया जा रहा है… हम उसके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
पूर्व मुख्यमंत्री पटनायक ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ ऐसी अकल्पनीय घटनाएं अब लगभग रोजाना सामने आ रही हैं। ये हिंसा के छिटपुट मामले नहीं हैं। चौंकाने वाली नियमितता के साथ हो रही ये घटनाएं शासन की गहरी व्यवस्थागत विफलता की ओर इशारा करती हैं।”
उन्होंने कहा, “यह घटना एफएम कॉलेज की एक छात्रा द्वारा आत्मदाह किए जाने के एक सप्ताह के भीतर हुई है, जब गोपालपुर में सामूहिक दुष्कर्म की भयावह घटना के बाद हर दरवाजा खटखटाने के बाद भी उसे न्याय नहीं मिला।”
पटनायक ने कहा कि ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि मौजूदा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं और उन्हें सजा की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, “यह इस बात को भी दर्शाता है कि सरकारी निष्क्रियता और राजनीतिक संरक्षण के कारण ओडिशा महिलाओं के लिए कितना असुरक्षित होता जा रहा है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “क्या ओडिशा सरकार अपनी गहरी नींद से जागेगी और अपराधियों को पकड़ने के लिए त्वरित कार्रवाई करेगी? और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि क्या सरकार ऐसी प्रतिक्रिया देगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों? ओडिशा की लड़कियां और महिलाएं जवाब का इंतज़ार कर रही हैं।”
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा, “ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं लेकिन सरकार और प्रशासन मूकदर्शक बने हुए हैं। राज्य में छात्राएं और महिलाएं असुरक्षित हैं। अपराधियों को अब सरकार, प्रशासन या पुलिस का कोई डर नहीं है।”
उन्होंने कहा, “स्थिति दिन-ब-दिन जटिल होती जा रही है। फिर भी भाजपा सरकार सुशासन का ढोल पीटती रहती है।”
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना के विरोध में भुवनेश्वर सहित कुछ स्थानों पर प्रदर्शन किया।
भाषा जितेंद्र नेत्रपाल
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