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Saturday, July 19, 2025

जम्मू-कश्मीर पुलिस की आतंकवाद-रोधी शाखा ने आतंकवाद से जुड़े मामले में 10 लोगों को हिरासत में लिया

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श्रीनगर, 19 जुलाई (भाषा) जम्मू-कश्मीर पुलिस की आतंकवाद-रोधी शाखा ने पाकिस्तान के आकाओं के निर्देश पर आतंकवादी गतिविधियों के समन्वय, वित्तपोषण और क्रियान्वयन के लिए कथित तौर पर कूटबद्ध संदेश भेजने वाले ऐप्लीकेशन का उपयोग करने के आरोप में 10 लोगों को हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि घाटी में कई स्थानों पर ‘काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर’ (सीआईके) द्वारा की गई तलाशी के दौरान ये लोग हिरासत में लिये गए।

अधिकारियों ने बताया कि सीआईके अधिकारियों ने दो साल पुराने आतंकवाद से जुड़े मामले में कश्मीर में 10 स्थानों पर तलाशी ली। यह मामला आईपीसी की धारा 120-बी के साथ गैर-कानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया गया था।

उन्होंने बताया कि मामले की जांच के दौरान कश्मीर के बडगाम, पुलवामा, गांदरबल और श्रीनगर जिलों में 10 स्थानों पर संदिग्ध तकनीकी हस्ताक्षर पाए गए।

उन्होंने बताया कि आगे के विश्लेषण के दौरान, विभिन्न संदिग्धों को एक ‘विशिष्ट कूटबद्ध संदेश ऐप’ का उपयोग करते हुए पाया गया, जिसका उपयोग आतंकवादियों/संचालकों द्वारा आतंकवादी रैंकों में भर्ती सहित विभिन्न प्रकार की आतंकवाद संबंधी गतिविधियों के समन्वय, वित्तपोषण और निष्पादन के लिए व्यापक रूप से किया जाता है।

अधिकारियों ने कहा, ‘‘इन व्यक्तियों/उपयोगकर्ताओं पर सीमा पार स्थित लश्कर-ए-तैयबा/जैश-ए-मोहम्मद के आका अब्दुल्ला गाजी सहित विभिन्न आतंकवादियों के संपर्क में होने का संदेह है।’

अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादी कमांडर/आका इन स्थानीय कश्मीरी युवाओं के साथ लगातार संपर्क में था और कथित तौर पर उन्हें आतंकवादी के तौर पर भर्ती के लिए कट्टरपंथी बनाने की कोशिश कर रहा था।

उन्होंने बताया कि आतंकवादी कमांडर/आका पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ निकट समन्वय में काम कर रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान मामले की जांच से संबंधित बड़ी संख्या में दस्तावेजी साक्ष्य और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए।

उन्होंने कहा, ‘अब तक 10 संदिग्धों को पकड़ा जा चुका है। आंकड़ों का विश्लेषण किया जाएगा और जो सुराग सामने आएंगे, वे आगे की जांच का आधार बनेंगे।’

भाषा

शुभम सुरेश

सुरेश

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