तिरुवनंतपुरम, 19 जुलाई (भाषा) केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने शनिवार को आरोप लगाया कि संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोल्लम जिले के एक स्कूल में 13 वर्षीय छात्र की करंट लग जाने से हुई मौत के मामले का राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
‘थेवलक्कारा बॉयज हाई स्कूल’ के छात्र मिथुन की स्कूल परिसर में बिजली के तार की चपेट में आने से बृहस्पतिवार को मौत हो गई थी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार पर आरोप लगाया कि केरल का शिक्षा क्षेत्र ‘‘स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की तरह ही ध्वस्त हो रहा है।’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्कूली बच्चे की मौत ‘‘जानबूझकर की गई लापरवाही का नतीजा है जो हत्या के समान है।’’
चंद्रशेखर ने फेसबुक पर एक पोस्ट में आरोप लगाया, ‘‘यह कोई अकेला मामला नहीं है। पूरे केरल में, सरकारी स्कूल बदहाल हैं, बुनियादी ढांचे तक का अभाव है… यह चरमराती शिक्षा व्यवस्था का एक स्पष्ट प्रतिबिंब है।’’
भाजपा नेता ने कहा कि पंचायत, स्कूल और केएसईबी (केरल राज्य विद्युत बोर्ड) अधिकारी इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार हैं और उन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
हजारों लोग स्कूल और दिवंगत छात्र के घर पहुंचे, जहां उसके शव को श्रद्धांजलि देने के लिए रखा गया था। शाम लगभग 4.30 बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इससे पहले दिन में, शिवनकुट्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नीत यूडीएफ और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इस घटना से ‘‘राजनीतिक लाभ’’ उठाने के लिए छात्र के परिवार से मिलने जा रहे मंत्रियों को काले झंडे दिखाए और उनके वाहनों को रोका।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने मंत्रियों के वाहनों के सामने अचानक आकर विरोध प्रदर्शन किया।
शिवनकुट्टी ने कहा, ‘‘यह सही तरीका नहीं है।’’
उन्होंने पूछा कि क्या काले झंडे दिखाने वाले किसी भी समूह ने शोक संतप्त परिवार को कोई वित्तीय सहायता दी या यह देने का वादा किया।
मंत्री ने कहा कि केरल स्कूल शिक्षक संघ (केएसटीए) ने छात्र के परिवार को 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने का वादा किया है, केएसईबी ने उन्हें पांच लाख रुपये दिए हैं और सामान्य शिक्षा विभाग लगभग 20 लाख रुपये की लागत से उनके लिए एक आवास का निर्माण करने का इरादा रखता है।
उन्होंने कहा कि सरकार भी उन्हें तीन लाख रुपये उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या कभी किसी घटना के 48 घंटों के भीतर ऐसे फैसले लिए गए हैं? क्या कभी किसी घटना के 48 घंटों के भीतर जांच की गई है और समस्या के समाधान के लिए कदम उठाए गए हैं? ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।’’
मंत्री ने पूछा, ‘‘इसकी सराहना करने के बजाय, मंत्रियों को काले झंडे क्यों दिखाए जा रहे हैं? जो लोग काले झंडे दिखा रहे हैं, क्या उन्होंने परिवार को कोई मदद का वादा किया है?’’
मंत्री ने यह भी कहा कि वह दिवंगत छात्र के घर नहीं गए ताकि उनकी उपस्थिति से किसी भी तरह की समस्या पैदा नहीं हो।
शिवनकुट्टी ने कहा, ‘‘राज्य में माकपा और एलडीएफ का समर्थन आधार इतना मजबूत है कि इसके नेताओं और मंत्रियों को केरल में किसी भी स्थान का दौरा करने से नहीं रोका जा सकता।’’
छात्र की करंट लगने से हुई मौत का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि अगर स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई चूक हुई है, तो उनके खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री का भी यही रुख है।’’
स्कूल की प्रधानाध्यापिका को शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया था।
भाषा सुभाष रंजन
रंजन