(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 19 जुलाई (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया दावा किया है कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के दौरान “पांच विमान मार गिराए गए।”
साथ ही उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव उनके हस्तक्षेप के बाद समाप्त हुआ।
ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों के लिए शुक्रवार को आयोजित रात्रिभोज के दौरान अपनी टिप्पणी में यह स्पष्ट नहीं किया कि किसी एक पक्ष के विमान मार गिराए गए या फिर वह दोनों पक्षों के नुकसान की बात कर रहे थे।
भारत सैन्य टकराव समाप्त कराने के ट्रंप के दावे को वस्तुत: खारिज करते हुए यह कहता रहा है कि अमेरिका की मध्यस्थता के बिना दोनों पक्षों ने अपनी सेनाओं के बीच सीधी बातचीत के बाद सैन्य कार्रवाइयां रोकीं।
ट्रंप ने कहा, “एक तरफ भारत और दूसरी ओर पाकिस्तान था। दोनों के बीच सैन्य टकराव जारी था। विमान मार गिराए जा रहे थे… चार या पांच विमान। मुझे लगता है कि वास्तव में पांच विमान मार गिराए गए थे… हालात बद से बदतर होते जा रहे थे, है ना?’’
उन्होंने कहा, “…दोनों के पास परमाणु हथियार हैं और वे एक-दूसरे पर हमले कर रहे थे।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणी पर भारत की तरफ से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भारत ने हालांकि संघर्ष के दौरान विमानों के नुकसान की बात स्वीकार की, लेकिन उसने इसका ब्यौरा देने से परहेज किया। वहीं, पाकिस्तान बिना कोई सबूत दिए यह दावा कर रहा है कि उसने छह भारतीय विमान मार गिराए हैं। भारतीय सेना ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने 31 मई को सिंगापुर में कहा कि संघर्ष में भारत को विमानों का नुकसान हुआ है, लेकिन उन्होंने विमानों की संख्या के संदर्भ में नुकसान का विवरण देने से इनकार कर दिया।
शीर्ष सैन्य अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना ने अपनी रणनीति में सुधार करते हुए पाकिस्तानी सीमा में काफी अंदर तक हमला किया। जनरल चौहान ने छह भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने के पाकिस्तान के दावे को भी “पूरी तरह से गलत” बताते हुए खारिज कर दिया।
समारोह में अपने संबोधन में ट्रंप ने संघर्ष समाप्त करने के अपने दावे को भी दोहराया।
ट्रंप ने कहा, “भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे से भिड़ रहे थे और स्थिति गंभीर होती जा रही थी। हमने व्यापार के जरिये इसका समाधान किया। हमने कहा ‘आप लोग व्यापार समझौता करना चाहते हैं। अगर आप हथियार, शायद परमाणु हथियार से हमला करने वाले हैं तो हम व्यापार समझौता नहीं कर पाएंगे। दोनों ही बहुत शक्तिशाली परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं।’’
उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन ने छह महीने में इतनी उपलब्धियां हासिल कर लीं, जितनी कोई भी अन्य प्रशासन आठ साल में भी हासिल नहीं कर सका।
ट्रंप ने कहा, “मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि हमने बहुत सारे युद्ध रुकवाए, कई सारे युद्ध… और ये गंभीर युद्ध थे।”
ट्रंप 10 मई के बाद से विभिन्न अवसरों पर कई बार यह दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव खत्म कराने में मदद की और दोनों देशों से कहा कि यदि वे संघर्ष को रोक दें तो अमेरिका उनके साथ “बहुत सारा व्यापार” करेगा।
भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाते हुए सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था।
पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत की कार्रवाई के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले किए। इसके बाद 10 मई को सैन्य टकराव रोकने पर सहमति बनीं।
अमेरिका ने बृहस्पतिवार को टीआरएफ को एक वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित किया। भारत ने अमेरिका के इस फैसले का स्वागत किया है।
भाषा प्रशांत पवनेश
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