नयी दिल्ली, 19 जुलाई (भाषा) दिल्ली सरकार के जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने शनिवार को बताया कि राजधानी की पुरानी जल आपूर्ति व्यवस्था को दुरस्त करने के लिए सरकार ‘वाटर मास्टर प्लान’ के तहत पानी के पुराने पाइपलाइनों को बदलेगी।
अपने विधानसभा क्षेत्र की यात्रा के दौरान मंत्री ने पाइपलाइनों को 40 से 80 साल पुराना बताते हुए कहा कि यही कारण है कि कई इलाकों में गंदे पानी की समस्या और जल आपूर्ति में बाधा आ रही है।
वर्मा ने कहा, ‘‘दिल्ली में कई ऐसी जगहें हैं जहां लोग गंदे पानी की समस्या झेल रहे हैं। इसकी वजह यह है कि पानी की पाइपलाइन कई दशक पुरानी हैं।’’
मंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने बुनियादी ढांचे से संबंधित कोई सुधार नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने एक भी नयी पाइपलाइन नहीं बिछाई।’’
आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से इस पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार पहले ही इस दिशा में ठोस कदम उठा चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘बजट पास हो चुका है, टेंडर को मंजूरी मिल चुकी है और कुछ इलाकों में काम भी शुरू हो गया है।’’
वर्मा ने कहा कि यह केवल घोषणाएं नहीं हैं, बल्कि दिल्ली के कई हिस्सों में काम दिखने भी लगा है।
उन्होंने कहा, ‘‘नयी सरकार के गठन के सिर्फ पांच महीने पुरे हुए है और अगले एक साल में दिल्ली की सूरत बदल जाएगी।’’
उन्होंने सभी परियोजनाओं को समय पर और पारदर्शी ढंग से पूरा करने का भरोसा दिलाया।
जनसंपर्क अभियान के तहत वर्मा ने डी-ब्लॉक गोल मार्केट, रकाबगंज स्थित गुरुद्वारा फ्लैट्स और सरोजिनी नगर के टाइप-2 फ्लैट्स का दौरा किया।
भाषा राखी रंजन
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