(तस्वीरों के साथ)
देहरादून/रुद्रपुर, 19 जुलाई (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर ऐसे समय में नकारात्मक राजनीति करने का शनिवार को आरोप लगाया, जब उत्तराखंड विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने साथ ही विपक्षी दल को सलाह दी कि यदि उसे अपना अस्तित्व बचाना है, तो उसे अपनी इस आदत से बाज आना चाहिए।
शाह ने केंद्र और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकारों की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कांग्रेस के एक नेता द्वारा सोशल मीडिया पर की गई उस पोस्ट की भी आलोचना की, जिसमें केंद्रीय मंत्री से कहा गया था कि वह लोगों को यह बताए बिना वापस न लौटें कि भाजपा सरकार ने राज्य के लिए क्या किया है।
केंद्रीय मंत्री ने उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर में आयोजित निवेश उत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस हमेशा नकारात्मक राजनीति करती है, खासकर जब उत्तराखंड में विकास हो रहा हो। यह ऐसा है जैसे कोई दूध में नींबू निचोड़ दे, ताकि वह खट्टा हो जाए।’’
दिसंबर 2023 में देहरादून में आयोजित वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में 3.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए थे। शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में इन समझौता ज्ञापनों में से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के कार्यों के कार्यान्वयन की शुरुआत की गई।
शाह ने कांग्रेस नेता (जिनका उन्होंने नाम नहीं लिया) की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि 2004 से 2014 के बीच दस वर्षों में केंद्र की कांग्रेस सरकार ने उत्तराखंड को 53,000 करोड़ रुपये दिए थे, जबकि नरेन्द्र मोदी नीत सरकार ने 2014-2024 तक दस वर्षों में राज्य को एक लाख 86 हजार करोड़ रुपये दिए, जो कांग्रेस सरकार द्वारा दी गई राशि से 3.5 गुणा अधिक है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, मोदी सरकार ने राज्य को सड़कों के लिए 31,000 करोड़ रुपये, रेलवे ट्रैक के लिए 40,000 करोड़ रुपये और हवाई अड्डों के लिए 100 करोड़ रुपये दिए। उन्होंने कहा कि यदि इन सभी को जोड़ दिया जाए, तो भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार द्वारा राज्य को दी गई धनराशि से 4.25 गुणा ज्यादा दिया है।
शाह ने कहा, ‘‘सभी राजनीतिक दलों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे अपने मतभेदों से ऊपर उठकर विकास के समर्थन में एकजुट हों। लेकिन कांग्रेस नकारात्मक राजनीति करती रहती है।’’
उन्होंने कांग्रेस को प्रगति के मार्ग में रोड़े अटकाना बंद करने की सलाह दी।
शाह ने राज्य के कांग्रेस नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘हवन में हड्डियां मत डालो। यदि आप नहीं रुके, तो आपमें से जो कुछ लोग तस्वीर में बचे हैं, वे दूरबीन की मदद से भी दिखाई नहीं देंगे।’’
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए पूरी तरह तैयार है।
शाह ने याद दिलाया कि जब अटल बिहारी वाजपेयी ने पद छोड़ा था, तब भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी। उन्होंने कहा, ‘‘उस स्थिति से, नरेन्द्र मोदी देश को चौथे स्थान पर ले आए हैं और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि 2027 तक यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए पूरी तरह तैयार है।’’
शाह ने कहा कि दस वर्षों में देशभर में निर्मित राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, निर्यात में 76 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, 88 नए हवाई अड्डे बनाए गए हैं और 25 करोड़ गरीब लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री छोटे और पूर्वी राज्यों के विकास पर ध्यान केंद्रित करके पूरे देश में समान विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस मिथक को तोड़ दिया है कि औद्योगिक विकास और गरीबों का कल्याण साथ-साथ नहीं चल सकते।
शाह ने कहा कि एक विकसित भारत एक विकसित उत्तराखंड के बिना संभव नहीं है। उन्होंने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के कार्यान्वयन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि पहाड़ी राज्य में निवेश लाना मैदानी इलाकों में निवेश लाने से अधिक मुश्किल है। मुख्यमंत्री ने राज्य में निवेशकों के लिए निवेश आसान बनाने के लिए पर्यटन, एमएसएमई, स्टार्टअप, फिल्म सिटी और सेवा क्षेत्र समेत 30 नयी नीतियां पेश कीं।’’
शाह ने कहा, ‘‘उन्होंने प्रक्रिया को सरल बनाने और निवेश के लिए अधिक अनुकूल माहौल बनाने के वास्ते एकल खिड़की मंजूरी प्रणाली भी स्थापित की है।’’
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा और जैविक खेती उत्तराखंड के विकास की आधारशिला होगी।
शाह ने कहा कि आगामी चारधाम ऑल वेदर रोड और केदारनाथ तथा हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे परियोजनाओं से राज्य में पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन नये राज्य – उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और झारखंड बनाए थे, तो छोटे राज्यों के प्रयोग की सफलता पर संदेह व्यक्त किया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आज उनके द्वारा बनाए गए तीनों राज्य अपने पैरों पर खड़े हैं और तेजी से प्रगति कर रहे हैं।’’
केंद्रीय मंत्री ने निवेश उत्सव स्थल- मनोज सरकार स्पोर्ट्स स्टेडियम में उपस्थित लोगों को संबोधित करने से पहले 1,271 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
भाषा देवेंद्र शफीक
शफीक