नयी दिल्ली, 20 जुलाई (भाषा) ऑनलाइन निवेश और ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी धोखाधड़ी के जरिए लोगों को ठगने में कथित तौर पर शामिल तीन लोगों को दिल्ली और राजस्थान से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान राजस्थान के टोंक निवासी दीपक वर्मा (20), सीकर निवासी कानून के छात्र सुरेंद्र कुमार डूडी और हरियाणा के सिरसा निवासी वेल्डर राजवीर के रूप में हुई है।
राजवीर को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “वर्मा और राजवीर ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी में शामिल थे जबकि सुरेंद्र पर ‘डिजिटल अरेस्ट’ में शामिल एक गिरोह का हिस्सा होने का आरोप है।”
पुलिस के अनुसार, द्वारका में साइबर धोखाधड़ी के कई मामले सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई।
पुलिस ने बताया कि गुप्त सूचना और डिजिटल साक्ष्यों के विश्लेषण के आधार पर टीम ने राजस्थान और दिल्ली में आरोपियों का पता लगाया।
पुलिस के मुताबिक, “टीम ने कई जगहों पर छापेमारी की और एक सप्ताह के भीतर अलग-अलग जगहों से आरोपियों को गिरफ्तार किया।”
पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला कि कॉलेज छात्र वर्मा को बैंक खाते और सिम कार्ड उपलब्ध कराने के लिए पैसे दिए गए थे, जबकि सुरेंद्र को उसके एक चचेरे भाई ने कथित तौर पर शामिल किया था।
पुलिस के मुताबिक, राजवीर ने एक दोस्त के कहने पर अपनी कंपनी के नाम से एक चालू खाता खोला था, जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के पैसे को इधर-उधर करने के लिए किया गया था।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए मामले की जांच जारी है।
भाषा जितेंद्र देवेंद्र
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