जयपुर, 20 जुलाई (भाषा) राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने रविवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय और राज्य के मंत्रालयों के अंदर से काम कर रहे हैं और सभी सरकारी फैसलों को प्रभावित कर रहे हैं।
जयपुर के पास चोमू कस्बे में ‘संविधान बचाओ’ रैली को संबोधित करते हुए डोटासरा ने दावा किया, ‘निर्वाचित प्रतिनिधियों -चाहे वे किसी भी पार्टी के हों – के काम और जनता के मुद्दों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। सरकार केवल आरएसएस के निर्देशों पर काम कर रही है। उसके लोग मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यालयों में तैनात हैं।
राजस्थान की स्थिति को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के व्यापक राजनीतिक मॉडल से जोड़ते हुए, उन्होंने कहा, ‘यही असली गुजरात मॉडल है – सबसे कमजोर व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाओ, सबसे कमजोर विधायकों को मंत्री बनाओ, और फिर भ्रष्ट सरकार चलाने के लिए नौकरशाहों का इस्तेमाल करो।’
डोटासरा ने यह भी आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग आरएसएस के खिलाफ बोलने वालों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘अगर कोई आरएसएस के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत करता है, तो उसे निशाना बनाया जाता है। मैंने आरएसएस के खिलाफ आवाज उठाई है और मेरे घर भी ईडी भेजी गई थी। लेकिन हम जनता के साथ हैं। हम अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे।’
कांग्रेस नेता ने संविधान संशोधन को लेकर चल रही कथित बहस पर चिंता जताई। उन्होंने प्रमुख संवैधानिक मूल्यों को लेकर भाजपा की मंशा पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा, ‘भाजपा संविधान से ‘धर्मनिरपेक्षता’ और ‘समाजवाद’ शब्दों को क्यों हटाना चाहती है? ये भारत के लोकतंत्र की नींव हैं।’
डोटासरा ने कहा, ‘अगर भारत के उपराष्ट्रपति भाजपा और आरएसएस की भाषा बोलने लगे, तो संविधान के लिए इससे बड़ा खतरा और कुछ नहीं हो सकता।’
उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर संविधान में संशोधन करके तानाशाही शासन थोपने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि वे नफरत के जरिए देश को बांटना चाहते हैं और फिर संविधान में बदलाव करके चीन या रूस जैसे कानून बनाकर देश को हमेशा के लिए नियंत्रित करना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस ऐसा कभी नहीं होने देगी।
भाषा कुंज नोमान
नोमान