लखनऊ, 20 जुलाई (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तराखंड की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार पर रविवार को करारा हमला बोला और आरोप लगाया कि जनहित के मुद्दों पर विफल सरकार लोगों का ध्यान बंटाने के लिए ही अधिकतर धर्म की आड़ में संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति करती रहती है।
बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को उत्तराखंड राज्य में पार्टी संगठन की मजबूती के संदर्भ में यहां लखनऊ में एक महत्वपूर्ण बैठक की। बसपा मुख्यालय से जारी एक बयान के अनुसार बैठक को संबोधित करते हुए मायावती ने आरोप लगाया कि उत्तराखंड सरकार भी भाजपा शासित अन्य राज्यों की तरह ही महंगाई,गरीबी, बेरोजगारी दूर करने तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और पानी आदि की उचित व्यवस्था करने का चुनावी वादा पूरा नहीं कर पाई।
उन्होंने जनहित के हर मुद्दों पर उत्तराखंड सरकार की विफलताओं का जिक्र करते हुये कहा, “जनहित के मुद्दों पर विफल सरकार लोगों का ध्यान बंटाने के लिए ही अधिकतर धर्म की आड़ में संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति करती रहती है, जिससे लोगों के लिए सुख, शांति व समृद्धि का मार्ग बाधित होता है।”
बसपा प्रमुख ने कहा कि सरकार जनहित के वास्तविक मुद्दों पर सही से ध्यान नहीं दे पा रही है। मायावती ने कहा कि “राजनीतिक प्रवृत्ति वाले अपराध की घटनाओं से उत्तराखंड नकारात्मक चर्चा में रहा है और वहां की कानून व्यवस्था काफी लचर है।”
उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी मायावती ने यह भी कहा कि “मजारों के विध्वंस तथा मदरसों को बंद कराने के विरुद्ध जब मामला अदालत में पहुंचा तो वहां अदालत में (उत्तराखंड) सरकार सही साबित नहीं हो पाई। इसलिए राज्य सरकार को ऐसे द्वेष व पक्षपात पूर्ण रवैए पर अंकुश लगाना जरूरी है।”
भाषा आनन्द नोमान रंजन
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