तोक्यो, 20 जुलाई (एपी) जापान के ऊपरी सदन में रविवार को हुए मतदान में प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा और उनके सत्तारूढ़ गठबंधन की हार की संभावना है। एग्जिट पोल में यह जानकारी दी गई।
यदि उनकी हार होती है तो इससे देश में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ सकती है।
मतदाता जापान की संसद ‘डायट’ के दोनों सदनों में से कम शक्तिशाली उच्च सदन की 248 सीट में से 124 पर फैसला कर रहे हैं। शुरुआती नतीजे रविवार रात तक आने की उम्मीद है।
एग्जिट पोल के आंकड़ें
इशिबा ने 125 सीट के साधारण बहुमत का लक्ष्य रखा है जिसका मतलब है कि उनकी ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ और उसके बौद्ध समर्थित गठबंधन सहयोगी कोमेइतो को पहले से मौजूद 75 सीट में 50 सीट और जीतने की जरूरत है।
यह संख्या चुनाव से पहले उनके पास मौजूद 141 सीट से काफी कम है।
रविवार रात को मतदान समाप्त होने के कुछ ही सेकंड बाद जारी किए गए एग्जिट पोल के नतीजों में ज्यादातर इशिबा के गठबंधन को बड़ा झटका लगा है।
जापान के एनएचके टेलीविजन में जारी एग्जिट पोल के अनुसार, प्रधानमंत्री के गठबंधन को 32-51 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि अन्य चैनलों ने अनुमान लगाया है कि उनके गठबंधन को 40 से अधिक सीट मिल सकती है।
इशिबा ने पद पर बने रहने का संकल्प लिया
प्रधानमंत्री की पार्टी एलडीपी को सिर्फ 32 से 35 सीटें मिलने की संभावना है जो इस पार्टी द्वारा जीती जाने वाली सबसे कम सीटें होंगी जबकि अभी तक यह संसद में नंबर एक पार्टी है।
इशिबा ने एनएचके को सीधे प्रसारित हो रहे साक्षात्कार में कहा, ‘‘यह एक कठिन स्थिति है। मैं इसे विनम्रता और ईमानदारी से स्वीकार करता हूं।’’
इशिबा ने कहा कि उनकी पार्टी के खराब प्रदर्शन का कारण यह भी हो सकता है कि उनकी सरकार ने महंगाई को कम करने के लिए जो उपाय किए हैं उसका अभी तक लोगों को फायदा नहीं मिल पाया है।
इशिबा ने आर्थिक और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए पद पर बने रहने का दृढ़ संकल्प दिखाया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं नंबर वन पार्टी के प्रमुख के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा और देश के लिए काम करूंगा।’’
रविवार के चुनाव में खराब प्रदर्शन से सरकार में तुरंत बदलाव नहीं होगा क्योंकि उच्च सदन के पास किसी नेता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का अधिकार नहीं है, लेकिन इससे इशिबा की स्थिति और जापान की राजनीतिक स्थिरता को लेकर अनिश्चितता जरूर बढ़ जाएगी।
एपी
प्रीति नरेश
नरेश