अहमदाबाद, 20 जुलाई (भाषा) गुजरात में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी(आप) और पाटीदार नेताओं ने सरदार वल्लभभाई पटेल और पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के बारे में टिप्पणियों को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे पर रविवार को निशाना साधा।
उन्होंने ठाकरे के गुजरात में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की।
शुक्रवार को ठाणे जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि जब गुजरात में बिहार के प्रवासियों को ‘‘पीटा गया और भगा दिया गया’’, तो यह कोई मुद्दा नहीं बना, लेकिन महाराष्ट्र में एक छोटी सी घटना राष्ट्रीय मुद्दा बन गई।
उन्होंने स्वतंत्रता के बाद मोरारजी देसाई और सरदार पटेल के कथित मराठी विरोधी रुख का भी उल्लेख किया था।
पिछले कुछ हफ्तों से मनसे कार्यकर्ता आक्रामक तरीके से मांग कर रहे हैं कि महाराष्ट्र में रहने वाले लोग मराठी सीखें। उन्होंने मराठी में जवाब न देने पर कुछ दुकानदारों पर कथित तौर पर हमला भी किया।
गुजरात कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा, ‘‘गुजरात की धरती पर राजनीति करोगे तो जवाब मिलेगा।’’
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने कहा कि गुजराती ठाकरे की टिप्पणी को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘आपकी राजनीति काम नहीं कर रही है, इसलिए आप न केवल गुजराती लोगों का बल्कि पूरे देश के नेता सरदार पटेल का अपमान कर रहे हैं।’’
‘आप’ नेता ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल से ठाकरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की अपील की।
पाटीदार नेता मनोज पनारा ने मोरबी शहर में पुलिस को एक अर्जी सौंपकर ठाकरे के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज करने और उनके गुजरात प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
भाषा देवेंद्र शफीक
शफीक