नयी दिल्ली, 11 अगस्त (भाषा) भारतीय सेना की अभियानगत दक्षता बढ़ाने के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) का डिजाइन किया गया यांत्रिक खदान क्षेत्र अंकन उपकरण ‘एमके-2’ को उसमें शामिल किया गया है। सेना ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी।
सेना ने लिखा, “अभियानगत दक्षता बढ़ाने की दिशा में स्वदेशी नवाचार के माध्यम से युद्ध तत्परता को मजबूत करते हुए भारतीय सेना ने यांत्रिक खदान क्षेत्र अंकन उपकरण एमके-2 को शामिल किया है।”
पोस्ट में एमके-2 की कुछ तस्वीरें भी साझा की गई हैं।
सेना ने कहा, “डीआरडीओ की डिजाइन की गई और बीईएम लिमिटेड द्वारा निर्मित यह प्रणाली आत्मनिर्भरता की भावना का प्रतीक है और कोर ऑफ इंजीनियर्स की लड़ाकू क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करती है।”
कोर ऑफ इंजीनियर्स भारतीय सेना और अन्य रक्षा संगठनों को इंजीनियरिंग सहायता प्रदान करने वाली एक लड़ाकू सहायता इकाई है।
भाषा पारुल संतोष
संतोष