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Wednesday, September 3, 2025

कांग्रेस से आग्रह किया था कि वापसी के बाद विशेष सत्र की मांग की जाए: सुले

Newsकांग्रेस से आग्रह किया था कि वापसी के बाद विशेष सत्र की मांग की जाए: सुले

मुंबई, पांच जून (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) नेता सुप्रिया सुले ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने कांग्रेस से अनुरोध किया था कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने से पहले विदेश यात्रा पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के लौटने का इंतजार करना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दलों ने मांग की है कि पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर एवं अन्य घटनाक्रम पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए।

चार देशों की यात्रा पर गए संसदीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करने वाली सुले ने कतर, इथियोपिया, मिस्र और दक्षिण अफ्रीका के दौरे से लौटने के बाद संवाददाताओं से कहा कि वह संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग वाले विपक्ष के पत्र पर हस्ताक्षर नहीं कर सकीं, क्योंकि वह विदेश यात्रा पर थीं।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी पार्टी का रुख यह था कि जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी जारी है तो चर्चा की कोई जरूरत नहीं है। पवार साहेब ने हमेशा कहा है कि विदेश मामलों और राष्ट्रीय सुरक्षा के विषयों पर मौजूदा सरकार का समर्थन करना चाहिए।’’

महाराष्ट्र के पुणे जिले की बारामती लोकसभा सीट से सांसद सुले ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन का पत्र प्रतिनिधिमंडलों की वापसी के बाद सौंपा जा सकता था।

शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (एसपी) विपक्षी समूह इंडिया (इंडियन नेशनल डवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) का एक घटक है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं विदेश में अपने देश का दृष्टिकोण रखते समय संसद के विशेष सत्र और उसमें चर्चा की मांग नहीं कर सकती। मैंने कहा कि जब संसद का मानसून सत्र शुरू होगा तो हम पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार से सवाल करेंगे।’’

सरकार ने आतंकवाद को पाकिस्तान की ओर से निरंतर समर्थन और 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर के रूप में भारत की प्रतिक्रिया के बारे में जानकारी देने के लिए कई देशों में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे थे।

सुले ने कहा कि उनकी यात्रा सार्थक रही और चारों देशों- कतर, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र और इथियोपिया के नेतृत्व ने भारत के साथ मजबूत एकजुटता व्यक्त की और आतंकवाद के सभी कृत्यों की निंदा की।

राकांपा (एसपी) सांसद ने कहा कि चारों देशों ने गतिरोध की स्थिति में तनाव कम होने की भी प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि चारों देश भारत के साथ घनिष्ठ संबंध रखते हैं और वे भारत को ‘महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, मनमोहन सिंह और नरेन्द्र मोदी की भूमि’ मानते हैं।

सुले ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेताओं से कहा था कि वह भारत लौटने के बाद विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठकों में शामिल होंगी।

इस बीच सरकार ने बुधवार को कहा कि संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा।

भाषा वैभव नरेश

नरेश

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