पणजी, 22 जून (भाषा) गोवा के बर्खास्त कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौड़े ने रविवार को कहा कि वह ना तो विधायक पद से इस्तीफा देंगे ना ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को छोड़ेंगे और आदिवासी लोगों के लिए काम करना जारी रखेंगे।
गौड़े ने इसके पहले मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाले आदिवासी कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
प्रियोल विधानसभा क्षेत्र के मार्सेल गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गौड़े ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर उन्हें ‘तटीय राज्य में हो रही घटनाओं’ के बारे में जानकारी दी है।
आदिवासी कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के लगभग एक महीने बाद आदिवासी नेता को बुधवार को सावंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया।
गौड़े ने कहा कि वह विधायक के रूप में या भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पार्टी से इस्तीफा देने के लिए भाजपा में शामिल नहीं हुआ था। मैं पार्टी के साथ रहूंगा और प्रधानमंत्री मोदी को विकसित भारत 2047 के उनके सपने को पूरा करने में मदद करूंगा।’’
गौड़े ने दावा किया कि पिछले साढ़े तीन वर्षों में उन्हें नड्डा समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा, ‘‘अब मुझे पता चला कि उन्होंने ऐसा क्यों किया।’’
उन्होंने दावा किया कि सावंत ने उन्हें फोन करके ‘नड्डा के दबाव’ के कारण इस्तीफा देने के लिए कहा था। गौड़े ने आरोप लगाया, ‘‘सावंत ने मुझे बताया कि जेपी नड्डा का दबाव है और उन्होंने मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा। लेकिन बाद में उन्होंने (सावंत ने) मीडिया से कहा कि यह उनका फैसला (मुझे कैबिनेट से हटाने का) था ।’’
भाषा
संतोष दिलीप
दिलीप