बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), दो जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर की एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के साथ बुधवार को कहासुनी हो गई।
ठाकुर ने पुलिस पर उन्हें और उनके समर्थकों को उपायुक्त से मिलने से रोकने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने कहा कि उन्हें केवल एक अलग रास्ते से जाने के लिए कहा गया था क्योंकि केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा का काफिला उसी सड़क से गुजरने वाला था।
विधायक और पुलिस अधिकारी के बीच हुए मामूली झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें वह (ठाकुर) यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि उन्हें डीसी कार्यालय का रास्ता पता है और उन्हें उस रास्ते से जाने की अनुमति है।
वीडियो के अनुसार, जब पुलिस अधिकारी ने उन्हें और उनके समर्थकों को एक तरफ हटने के लिए कहा तो पूर्व विधायक कहते हैं कि “बहस मत करो। मैं अपना रास्ता जानता हूं।’’ तभी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शिव कुमार हस्तक्षेप करते हैं, लेकिन ठाकुर आगे बढ़ते रहते हैं।
वीडियो में एएसपी कह रहे हैं, ‘‘मुझे धक्का मत दो… गाली मत दो।’’
इसके बाद ठाकुर सड़क पर बैठकर विरोध जताते हुए नजर आए।
पूर्व विधायक ने कहा कि वह उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं। पूर्व विधायक के बेटे ईशान ठाकुर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि पंजाब के कुछ गुंडों ने मंगलवार को उनके पिता पर हमला करने की कोशिश की।
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि जबली में उन पर हमले की एक और कोशिश की गई, जिसमें उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) का ध्यान भटकाकर हमला करने का प्रयास किया गया।
ठाकुर पर इस साल होली के दिन बिलासपुर स्थित उनके आवास पर अज्ञात हमलावर ने गोली चलायी थी।
उन्होंने कहा कि हमलावर मौके की ताक में थे, लेकिन पीएसओ सतर्क था। ठाकुर ने दावा किया कि उसी दिन शाम करीब पांच बजे उन्होंने एसपी को संदेश भेजा, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कुछ नहीं किया।
भाषा
प्रीति नरेश
नरेश