आजमगढ़ (उप्र), दो जुलाई (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव बृहस्पतिवार को आजमगढ़ में अपने नए घर और कार्यालय परिसर का उद्घाटन करेंगे। इसे साल 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश के अगले विधानसभा चुनाव से पहले पूर्वांचल में पार्टी के संचालन में रणनीतिक बदलाव का संकेत माना जा रहा है।
इस वक्त आजमगढ़ जिले की सभी 10 विधानसभा सीट और दोनों लोकसभा सीट पर सपा का कब्जा है। पूरे जिले में अपने राजनीतिक दबदबे के चलते पार्टी यहीं से पूरे पूर्वांचल में अपना आधार मजबूत करने में लगी हुई है।
वर्तमान में कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव साल 2019 से 2024 तक आजमगढ़ से सांसद रह चुके हैं। उनके पिता और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव 2014 में इस सीट से सांसद चुने गए थे। वर्तमान में अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव आजमगढ़ से सांसद हैं।
पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार आजमगढ़-अयोध्या राजमार्ग के किनारे अनवरगंज में 68 बिस्वा (या 82,960 वर्ग फीट) में फैला निर्माणाधीन स्थल, यादव के लिए इटावा में उनके पैतृक निवास सैफई के अलावा दूसरे ठिकाने के रूप में काम करेगा। परिसर में पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र भी शामिल होगा।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव और विधान परिषद सदस्य बलराम यादव ने कहा, ‘कल अखिलेश यादव आजमगढ़ में अपने नए आवास और कार्यालय का गृह प्रवेश करेंगे। यह भवन प्रशिक्षण और राजनीतिक दिशा का केंद्र बनेगा। उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा की नीतियों से थक चुकी है और वह बदलाव चाहती है।’
इस बीच अखिलेश यादव के दौरे की तैयारियां जोरों पर हैं। सपा के 10 विधायक, दो सांसद, विधान परिषद सदस्य और स्थानीय नेता व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे हैं।
आजमगढ़ से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा, ‘तैयारियां बताती हैं कि कल का स्वागत ऐतिहासिक होगा।’
पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव ने कहा कि लोगों का भाजपा से मोहभंग हो चुका है और उन्हें उम्मीद है कि 2027 में सपा सत्ता में वापस आएगी।
सपा विधान परिषद सदस्य शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने कहा कि पार्टी आजमगढ़ और पूरे पूर्वांचल में मजबूत है। उद्घाटन समारोह से पहले परिसर को पार्टी के बैनरों से सजाया जा रहा है।
भाषा सं सलीम अमित
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