नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में मानसून के कमजोर बने रहने से छिटपुट बारिश हुई, आर्द्रता बढ़ गयी तथा आने वाले दिनों में बहुत अधिक वर्षा होने की उम्मीद नहीं है।
पिछले कुछ दिनों के दौरान दिल्ली में सुबह के समय बादल छाये रहे। दिन में बाद में धूप निकलती थी और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होती थी।
शहर ‘ग्रीन’ जोन में बना हुआ है और रविवार को मानसून आने के बाद से ही उच्च आर्द्रता से जूझ रहा है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रंग आधारित पूर्वानुमान के अनुसार, अगले सात दिनों तक शहर के ‘ग्रीन जोन’ में बने रहने की उम्मीद है तथा कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
बुधवार को अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.3 डिग्री कम था। न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.3 डिग्री कम था।
मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग में सुबह 8.30 बजे तक पिछले 24 घंटों में 0.3 मिलीमीटर (मिमी) वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा नजफगढ़ में 15.5 मिमी हुई।
एसपीएस मयूर विहार में 1.5 मिमी, नरेला में 0.5 मिमी, पालम में 0.4 मिमी और रिज तथा आयानगर में 0.2 मिमी बारिश हुई।
बुधवार को दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच नजफगढ़ में 3.5 मिमी, पालम में एक मिमी और नरेला और एसपीएस मयूर विहार में 0.5 मिमी बारिश हुई।
यहां सुबह 8.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 74 प्रतिशत और शाम 5.30 बजे 64 प्रतिशत दर्ज की गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक अपराह्न चार बजे 83 दर्ज किया गया, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।
सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ माना जाता है।
भाषा राजकुमार रंजन
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