(हिमांक नेगी)
नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) स्टार फुटबॉलर अदिति चौहान ने कहा कि जब उन्होंने पहली बार गेंद को किक मारी थी तब उन्हें नहीं पता था कि भारत में राष्ट्रीय महिला फुटबॉल टीम भी है।
अदिति ने शुक्रवार को संन्यास लेने की घोषणा की थी। वह अपने शानदार करियर के दौरान यूरोप में पेशेवर फुटबॉल खेलने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने पीटीआई वीडियो से कहा, ‘‘पहली बार फुटबॉल खेलते समय मुझे यह नहीं पता था कि कोई राष्ट्रीय टीम भी है। मैंने शौकिया तौर पर फुटबॉल खेलना शुरू किया था।’’‘
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने शुरुआत की थी, तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस मुकाम तक पहुंचने में सफल रहूंगी। मैंने अपने करियर में जो कुछ भी हासिल किया, वह कोई सपना भी नहीं था जिसकी मैं कल्पना कर सकती थी।’’
चौहान तुरंत पूर्णकालिक कोचिंग में प्रवेश नहीं कर रही हैं, लेकिन अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को शीर्ष स्तर की फुटबॉल में अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद करने के लिए तैयार हैं।
भारतीय महिला टीम की पूर्व गोलकीपर अदिति ने अपने 17 साल के दौरान राष्ट्रीय टीम के साथ-साथ अपने क्लबों के लिए भी कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नए खिलाड़ियों की मदद करना पसंद है। पिछले कुछ वर्षों से मैं अन्य गोलकीपरों को भी प्रशिक्षित कर रही हूं। मुझे यह भूमिका पसंद है। मेरे कहने का मतलब यह नहीं है कि मैं कोचिंग में जाना चाहती हूं। लेकिन हां, मैं निश्चित रूप से मदद करना चाहूंगी।’’
चौहान ने कोचिंग का लेवल एक का कोर्स पूरा कर दिया है। भारत की तरफ से 57 मैच खेलने वाली यह खिलाड़ी भविष्य में और कोर्स भी करना चाहती है।
अपने सफल अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान अदिति ने इंग्लैंड में महिला सुपर लीग के लिए वेस्ट हैम यूनाइटेड द्वारा अनुबंधित किए जाने पर सभी का ध्यान आकर्षित किया। वह 2012, 2016 और 2019 में सैफ महिला चैंपियनशिप जीतने वाली सीनियर टीम का हिस्सा रहीं।
भाषा
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