नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) ‘द व्हाइट बैलून’, ‘ऑफसाइड’, ‘द सर्कल’, और ‘3 फेसिस’ जैसी क्लासिक फिल्मों से विश्व सिनेमा को समृद्ध करने वाले प्रसिद्ध ईरानी फ़िल्मकार जफ़र पनाही को बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव द्वारा ‘एशियाई फिल्मेकर ऑफ द ईयर’ सम्मान के लिए नामित किया गया है।
यह पुरस्कार किसी ऐसे एशियाई फिल्मकार या संस्था को दिया जाता है जिसने एशियाई फिल्म उद्योग और संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
पनाही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत सम्मानित फ़िल्म निर्माता हैं लेकिन अपने देश ईरान में उन्हें अपनी कला के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तीन साल पहले उन्हें जेल भी जाना पड़ा था और उन्होंने भूख हड़ताल भी की थी।
इसके बावजूद पनाही ने फ़िल्में बनाना बंद नहीं किया। उन्होंने “दिस इज नॉट अ फिल्म” नामक फिल्म बनाई जो उन्होंने अपने घर में ही रहकर बनाई थी, जब वह घर में नजरबंद थे। इसी प्रकार उन्होंने एक फ़िल्म ‘टैक्सी’ बनाई थी जिसे कार के भीतर फिल्माया गया था।
बुसान फिल्म महोत्सव ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, ‘जफ़र पनाही ईरानी फ़िल्म जगत की एक बड़ी हस्ती हैं। उन्होंने उन लोगों की कहानी दिखाई है जो सेंसरशिप और राजनीतिक दबाव के बीच जी रहे हैं। उन्होंने ईरानी समाज की समस्याओं को अलग तरीके से पेश किया है। कई बार जेल जाने, रोक-टोक और यात्रा पर पाबंदी के बावजूद, उन्होंने छुपकर फिल्में बनाईं और हिम्मत करके उन्हें दुनिया भर के फिल्म फेस्टिवल में भेजा।’
पनाही ने महोत्सव में अपने बयान में कहा, ‘जब मेरे देश में आए दिन फ़िल्में बनाना और मुश्किल होता जा रहा है, तब यह सम्मान मुझे याद दिलाता है कि सिनेमा अब भी हमें सीमाओं, भाषाओं और बाधाओं से ऊपर जोड़ सकता है। मैं यह पुरस्कार सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि उन सभी के लिए स्वीकार करता हूं जो चुप्पी में, देश से दूर या दबाव में रहते हुए भी अपनी कला को जारी रखे हुए हैं।’
पनाही को 17 सितंबर को होने वाले महोत्सव के उद्घाटन समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। यह महोत्सव 26 सितंबर तक चलेगा।
भाषा योगेश नरेश
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