अमरावती, 22 जुलाई (भाषा) आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने मंगलवार को कहा कि अधिकतर लोग बहुभाषी बनने पर विचार कर रहे हैं और उन्हें उचित अवसर दिया जाना चाहिए।
अभिनेता एवं राजनीतिक नेता कल्याण ने कहा कि नेताओं को दूरदर्शी सोच रखनी चाहिए और विचारों को विस्तृत करना चाहिए।
कल्याण ने ‘पीटीआई- वीडियो’ से कहा, ‘‘अधिकतर लोगों का विचार बहुभाषी बनने का है। आइए, हम उन्हें उचित अवसर दें।’’
जनसेना के संस्थापक ने कहा कि अंग्रेजी उनके विचारों की भाषा बन गई है। उन्होंने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि उन्हें हिंदी, कन्नड़ या मराठी में ये सब नहीं मिल सका।
कल्याण ने कहा, ‘‘मेरी मातृभाषा हिंदी नहीं है। मेरी मातृभाषा अंग्रेजी नहीं है। मेरी सोचने की भाषा अंग्रेजी या तेलुगु हो गई है। तेलुगु सोचने का एक स्वाभाविक तरीका है, लेकिन मैं विचारों की भाषा के रूप में अंग्रेजी को अपना रहा हूं।’’
उपमुख्यमंत्री ने बहुभाषावाद की तरफ संकेत करते हुए कहा कि नेताओं को भविष्य की पीढ़ियों के बारे में सोचना चाहिए और उनके लिए कुछ जगह बनानी चाहिए।
भाषा यासिर नेत्रपाल
नेत्रपाल