नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि 2024 में मुंबई के उपनगरीय रेलवे नेटवर्क में अनाधिकार प्रवेश करने, खंभे से टकराने, चलती ट्रेनों से गिरने सहित अन्य कारणों से कुल 2,282 लोगों की मौत हुई।
वैष्णव ने लोकसभा में कांग्रेस के शशिकांत सेंथिल के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। सेंथिल ने मुंबई उपनगरीय ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर प्रश्न पूछा था।
मंत्री ने बताया कि संविधान की सातवीं अनुसूची के तहत ‘पुलिस’ और ‘लोक व्यवस्था’ राज्य के विषय हैं और इसलिए, राज्य सरकारें अपनी कानून प्रवर्तन एजेंसियों अर्थात राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी)/जिला पुलिस के माध्यम से रेलवे में अपराध की रोकथाम, इसका पता लगाने, मामले दर्ज करने और जांच तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार हैं।
उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों की बेहतर सुरक्षा और उससे जुड़े मामलों में जीआरपी/जिला पुलिस के प्रयासों में सहयोग करता है।
रेल मंत्री ने बताया कि जीआरपी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 2024 में मुंबई के उपनगरीय रेलवे नेटवर्क पर विभिन्न कारणों — जैसे कि अनाधिकार प्रवेश, खंभे से टकराने, चलती ट्रेन से गिरने, प्लेटफॉर्म के अंतराल में गिरने आदि के कारण 2,282 लोगों की मौत हुई।
उपनगरीय रेलवे नेटवर्क में जिलेवार मौतों का ब्यौरा देते हुए, वैष्णव ने बताया कि मुंबई में 1408, जबकि ठाणे में 615 मौतें हुईं। उन्होंने बताया कि रायगढ़ और नवी मुंबई में क्रमशः 128 और 131 लोगों की मौत हुई।
मुंबई उपनगरीय क्षेत्र में हाल में हुई रेल दुर्घटना के बारे में उन्होंने बताया कि मुंब्रा स्टेशन के पास हुई घटना के कारणों की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है।
उन्होंने यात्री सुरक्षा को भी रेखांकित किया और कहा कि मुंबई में स्वचालित दरवाजों से सुसज्जित वातानुकूलित लोकल ट्रेनों की शुरुआत यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और भीड़भाड़ से संबंधित घटनाओं को कम करने के लिए एक स्वागत योग्य पहल है।
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