नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) सरकार ने बुधवार को संसद में बताया कि भारतीय ‘नाविक’ प्रणाली द्वारा ‘नेविगेशन’ (मार्ग निर्देशन) के लिए कक्षा में स्थापित 11 उपग्रहों में से चार उपग्रह भू-स्थिति निर्धारण सहित विभिन्न सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने बताया कि 11 उपग्रहों में से चार का उपयोग एकतरफ़ा संदेश प्रसारण के लिए किया जा रहा, दो लक्षित कक्षा तक नहीं पहुंच पाए और एक को उसकी उपयोग-अवधि समाप्त होने के बाद निष्क्रिय कर दिया गया।
सिंह ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) इस साल के अंत तक एनवीएस-03 उपग्रह प्रक्षेपित करने की योजना बना रहा है।
भाजपा के सी एम रमेश द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मंत्री ने बताया, ‘‘इसके बाद, छह महीने के अंतराल पर, एनवीएस-04 और एनवीएस-05 को प्रक्षेपित करने की योजना है।’’
भाषा
सुभाष अविनाश
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