नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) केंद्र सरकार ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर में अब तक 1,337 रेलवे स्टेशनों को विकास के लिए चिन्हित किया है जिनमें गुजरात के 87 और उत्तराखंड के 11 स्टेशन शामिल हैं।
रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गुजरात राज्य में चिन्हित स्टेशनों पर विकास कार्य तेजी से किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया, “अब तक गुजरात के 18 स्टेशनों पर पहले चरण के कार्य पूरे कर लिए गए हैं। इनमें डाकोर, डेरोल, हापा, जामजोधपुर, जाम वंथली, कणालुस जंक्शन, करमसद, कोसांबा जंक्शन, लिम्बडी, महुवा, मीठापुर, मोरबी, ओखा, पालीताना, राजुला जंक्शन, सामाखियाली, सिहोर जंक्शन और उत्राण स्टेशन शामिल हैं।”
वैष्णव ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों का दीर्घकालिक दृष्टिकोण से सतत विकास किया जा रहा है और इसके अंतर्गत प्रत्येक स्टेशन के लिए मास्टर प्लान तैयार कर उसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस योजना में यात्रियों के लिए सुविधाओं में सुधार पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिनमें स्टेशन तक पहुंच, प्रतीक्षालय, शौचालय, लिफ्ट/एस्केलेटर, प्लेटफॉर्म की सतह और छत, स्वच्छता, नि:शुल्क वाई-फाई, स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ जैसे कियोस्क, यात्री सूचना प्रणाली, एक्जीक्यूटिव लाउंज, व्यापार बैठकों के लिए नामित स्थान और हरित क्षेत्र (लैंडस्केपिंग) जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
मंत्री ने कहा कि योजना के तहत स्टेशन भवनों के सौंदर्यीकरण, शहर के दोनों हिस्सों को स्टेशन से जोड़ने, मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, पर्यावरण अनुकूल समाधान आदि की व्यवस्था और दीर्घकाल में स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने की भी परिकल्पना की गई है।
भाषा मनीषा माधव
माधव