नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा) ‘इंडियन मेडिकल एसोसिएशन-जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क’ (आईएमए-जेडीएन) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा को एक ज्ञापन सौंपकर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-परास्नातक (नीट-पीजी) केंद्रों के आवंटन पर गंभीर चिंता जताई है।
यह कदम देश भर के अभ्यर्थियों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए दूर-दराज के राज्यों में परीक्षा केंद्र आवंटित किए जाने की सूचना के बाद उठाया गया है। केन्द्रों के दूर होने के कारण अभ्यर्थी परेशान हैं।
नीट-पीजी परीक्षा तीन अगस्त को निर्धारित है। आईएमए-जेडीएन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान परीक्षा बोर्ड (एनबीईएमएस) को परीक्षा केंद्र परिवर्तन पोर्टल को फिर से खोलने का निर्देश देने का आग्रह किया है ताकि प्रभावित उम्मीदवार अपने गृह राज्य या आस-पास के स्थानों में केंद्र चुनने का विकल्प प्राप्त कर सकें।
ज्ञापन में आईएमए-जेडीएन ने इस बात पर जोर दिया कि जहां कुछ छात्रों को नजदीकी शहरों में परीक्षा केंद्र मिले हैं वहीं हजारों अभ्यर्थियों को दूरदराज के राज्यों में परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं जिसके लिए उन्हें अपरिचित स्थानों तक लंबी, महंगी और तनावपूर्ण यात्राएं करनी होंगी।
चिकित्सकों के संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘ यह कदम चिंता का विषय है खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, महिलाओं और दूरदराज या ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के बीच।’’
भाषा शोभना माधव
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