सिंगापुर, 29 जुलाई (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सिंगापुर के निवेशकों और उद्यमियों को भारत के विकास अभियान में शामिल हो कर देश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
नायडू ने उन्हें अपने राज्य में नियोजित एवं कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं की जानकारी भी दी।
नायडू ने सोमवार को आयोजित ‘आंध्र प्रदेश-सिंगापुर बिजनेस फोरम एंड पार्टनरशिप समिट रोड शो’ में निवेशकों को संबोधित किया तथा बंदरगाहों और हवाई अड्डों जैसे बुनियादी अवसंरचना के विकास एवं अमरावती में ‘क्वांटम वैली’ के निर्माण में काफी अवसर होने का जिक्र किया।
नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश 2030 तक भारत के 500 गीगावाट हरित और स्वच्छ ऊर्जा के लक्ष्य में 160 गीगावाट हरित ऊर्जा का योगदान देगा।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को सिंगापुर की अपनी यात्रा के दूसरे दिन 500 से अधिक निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि विशाखापट्टनम में ‘आर्सेलर मित्तल’ इस्पात संयंत्र और गूगल संचालन केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने भारत में बनाए जा रहे औद्योगिक गलियारों का जिक्र किया जिनका नेतृत्व टाटा समूह के ‘रतन टाटा इनोवेशन हब’ समेत देश की प्रमुख औद्योगिक कंपनियां कर रही हैं।
नायडू ने कहा, ‘‘मैं सिंगापुर के उद्यमियों से विकास में भाग लेने का अनुरोध करता हूं। हमें और अधिक निवेश की आवश्यकता है तथा हमें अधिक से अधिक उद्यमियों की आवश्यकता है। विकास के लिए हमें आपके सहयोग की आवश्यकता है और भारत निवेश के लिए सबसे अच्छा और सुरक्षित स्थान है।’’
उन्होंने इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक, सेमीकंडक्टर, हरित हाइड्रोजन, बंदरगाह, हवाई अड्डे, आंतरिक जलमार्ग, औषधि उद्योग, जैव प्रौद्योगिकी और पर्यटन जैसे विविध क्षेत्रों पर विस्तार से अपनी बात रखी।
सिंगापुर स्थित इंजीनियरिंग कंपनी ‘मीनहार्ट’ समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमर शहजाद ने कहा, ‘‘कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का प्रस्तुतीकरण अत्यंत प्रेरणादायक था।’’
इंजीनियरिंग कंपनी ‘मीनहार्ट’ की भारत में 100 से अधिक परियोजनाएं हैं।
नायडू ने सोमवार को हरित ऊर्जा, डेटा सेंटर, आवास और लॉजिस्टिक्स विकास में संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सिंगापुर के जनशक्ति मंत्री तान सी लेंग से मुलाकात की।
बैठक के बाद तान ने कहा कि आंध्र प्रदेश भारत के सबसे तेजी से विकसित होते राज्यों में से एक है, जिसमें कृषि-खाद्य, विनिर्माण और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘फूड एम्पायर और एवरवोल्ट जैसी सिंगापुर की कंपनियां पहले से ही राज्य में मौजूद हैं तथा अपने निवेश को बढ़ाने और परिचालन का विस्तार करने की योजना बना रही हैं। हमने बंदरगाहों, हरित ऊर्जा, डिजिटल तकनीकों और कौशल जैसे क्षेत्रों में निवेश और साझेदारी के अवसरों पर अच्छी चर्चा की।’’
उन्होंने कहा, ‘‘2014 से 2019 में नायडू के पिछले कार्यकाल के दौरान, सिंगापुर ने आंध्र प्रदेश को उसकी राजधानी अमरावती के विकास में सहयोग किया..।’’
तान ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री और मैंने राज्य के साथ नए सिरे से साझेदारी की संभावनाएं तलाशने पर सहमति जताई है।’’
मुख्यमंत्री नायडू ने मंगलवार को राज्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) अनुसंधान और नवाचार केंद्र स्थापित करने के लिए एआई सिंगापुर से सहयोग मांगा।
दक्षिणी राज्य को उभरते एआई केंद्र के रूप में विकसित करने के प्रयास के तहत, मुख्यमंत्री ने एआई सिंगापुर के उप कार्यकारी अध्यक्ष प्रोफेसर मोहन कंकनहल्ली से मुलाकात की।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश को एक उभरते हुए एआई केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध नायडू ने सिंगापुर में तीसरे दिन भी अपने प्रयास जारी रखे।
भाषा यासिर दिलीप
दिलीप