(ग्राफिक्स के साथ)
वाशिंगटन/नयी दिल्ली, 30 जुलाई (भाषा) रूस-यूक्रेन युद्ध से पहले सिर्फ़ 0.2 प्रतिशत से बढ़कर अब कुल कच्चे तेल के आयात में 35-40 प्रतिशत तक पहुंचते-पहुंचते रूसी कच्चे तेल पर भारत की निर्भरता बढ़ गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिका जाने वाले सभी उत्पादों पर 25 प्रतिशत शुल्क और उसके ऊपर जुर्माना लगाने की घोषणा के बाद यह एक नई जांच का विषय बन गया है।
भारत ऐतिहासिक रूप से अपना अधिकांश तेल इराक और सऊदी अरब सहित पश्चिम एशिया से खरीदता रहा है। हालांकि, फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद स्थिति बदल गई।
चीन और अमेरिका के बाद दुनिया के तीसरे सबसे बड़े कच्चे तेल के आयातक भारत ने ‘छूट’ पर उपलब्ध रूसी तेल खरीदना शुरू कर दिया। पश्चिम में कुछ लोगों ने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस को दंडित करने के साधन के रूप में इसे कच्चे तेल की आपूर्ति अस्वीकार कर दिया था।
रूस-यूक्रेन संघर्ष शुरू होने से पहले भारत के आयात में रूस की बाजार हिस्सेदारी मात्र 0.2 प्रतिशत थी, लेकिन अब वह इराक और सऊदी अरब को पीछे छोड़कर यह भारत का नंबर एक आपूर्तिकर्ता बन गया है। इसकी हिस्सेदारी एक समय में 40 प्रतिशत तक पहुंच गई थी।
इस महीने, रूस ने भारत द्वारा आयातित कुल कच्चे तेल का 36 प्रतिशत आपूर्ति किया, जिसे पेट्रोल और डीज़ल जैसे ईंधनों में परिवर्तित किया जाता है।
अमेरिका जाने वाले सभी भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत शुल्क या कर लगाने की घोषणा करते हुए, ट्रंप ने कहा कि भारत ‘हमेशा अपने अधिकांश सैन्य उपकरण रूस से खरीदता रहा है, और चीन के साथ, रूस का सबसे बड़ा ऊर्जा खरीदार ऐसे समय में है जब हर कोई चाहता है कि रूस यूक्रेन में हत्याएं रोके।”
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “इसलिए भारत को पहली अगस्त से उपरोक्त (रूसी खरीद) के लिए 25 प्रतिशत शुल्क और जुर्माना देना होगा।”
वैश्विक रीयल-टाइम डेटा और एनालिटिक्स प्रदाता केप्लर के अनुसार, जनवरी, 2022 में भारत ने रूस से प्रतिदिन 68,000 बैरल कच्चा तेल खरीदा। उस महीने, इराक से भारत का आयात 12.3 लाख बैरल प्रतिदिन और सऊदी अरब से 8,83,000 बैरल प्रतिदिन था।
जून, 2022 में, रूस इराक को पीछे छोड़कर भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बन गया। उस महीने उसने 11.2 लाख बैरल प्रतिदिन की आपूर्ति की, जबकि इराक से 9,93,000 बैरल प्रतिदिन और सऊदी अरब से 6,95,000 बैरल प्रतिदिन की आपूर्ति हुई।
भाषा अनुराग अजय
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