(नेहा मिश्रा)
नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में इस वर्ष अब तक रेबीज के कुल 49 मामले सामने आए हैं, जबकि छह महीने की अवधि में 65,000 से अधिक आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण किया गया है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष जनवरी से जुलाई के बीच एमवीआईडी अस्पताल में रेबीज के मामले दर्ज किए गए, जबकि जनवरी से जून तक राजधानी भर में जानवरों के काटने की 35,198 घटनाएं दर्ज की गईं।
एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इन समस्याओं के समाधान के लिए इस अवधि के दौरान समान संख्या में रेबीज-रोधी टीके (एआरवी) लगाए गए।
आंकड़ों के अनुसार, आवारा कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने और रेबीज के प्रसार को रोकने के लिए, एमसीडी ने इस वर्ष 25 जनवरी से 25 जून के बीच 65,031 आवारा कुत्तों की नसबंदी की।
वहीं, एमसीडी ने अनुमान लगाया है कि अप्रैल 2024 और दिसंबर 2025 के बीच 97,994 कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण किया जाएगा। वर्ष 2023-2024 में 79,959 कुत्तों की नसबंदी और 2022-2023 में 59,076 कुत्तों की नसबंदी की गई थी।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में आवारा कुत्तों के हमलों को लेकर बढ़ती सार्वजनिक चिंताओं के बीच एमसीडी अभियान में तेजी ला रहा है।
भाषा
शफीक पवनेश
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