तोक्यो, चार अगस्त (एपी) जापान के नारा प्रांत निवासी 114 वर्षीय सेवानिवृत्त चिकित्सक शिगेको कागावा 114 वर्षीय मियोको हिरोयासु की मृत्यु के बाद जापान की सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति बन गई हैं। जापान के स्वास्थ्य, श्रम एवं कल्याण मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
कागावा ने द्वितीय विश्व युद्ध से पहले मेडिकल स्कूल से स्नातक की डिग्री प्राप्त की, युद्ध के दौरान ओसाका के एक अस्पताल में सेवाएं दीं और बाद में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में अपने परिवार के क्लिनिक का संचालन किया। वह 86 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हुईं।
कागावा 109 वर्ष की आयु में तोक्यो 2021 मशाल रिले के दौरान ओलंपिक के इतिहास में सबसे बुजुर्ग मशालवाहकों में से एक बनीं।
जब 2023 में ‘टीओएस न्यूज’ ने उनकी लंबी उम्र का राज पूछा था तो उन्होंने कहा था, ‘‘मेरे पास कोई रहस्य नहीं है। मैं बस रोज खेलती हूं। मेरी ऊर्जा ही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। मैं जहां चाहती हूं वहां जाती हूं, जो चाहती हूं वह खाती हूं और जो चाहती हूं वह करती हूं। मैं स्वतंत्र हूं।’’
उनसे पहले जापान की सबसे बुजुर्ग व्यक्ति रहीं हिरोयासु की ओइता प्रांत के एक नर्सिंग होम में मौत हो गई। वह 114 वर्ष की थीं।
कुल जनसंख्या में गिरावट के बावजूद जापान की वृद्ध जनसंख्या में वृद्धि हो रही है। जापान में एक सितंबर, 2024 तक रिकॉर्ड 3.6 करोड़ लोग (कुल जनसंख्या का 29 प्रतिशत) 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के थे, जो दुनिया में वरिष्ठ नागरिकों का सबसे अधिक अनुपात है। गृह और संचार मंत्रालय के अनुसार, 80 वर्ष और इससे अधिक आयु के लोग अब कुल जनसंख्या का 10 प्रतिशत हैं। देश भर में 95,119 वृद्ध लोग हैं।
एपी
सिम्मी नेत्रपाल
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