भोपाल, चार अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर संवैधानिक संस्थाओं पर ‘प्रहार’ करने का आरोप लगाया और साथ ही उन्हें संविधान के दायरे में रहकर विपक्ष की भूमिका निभाने की नसीहत भी दी।
यादव ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा में यह दावा भी किया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जब नेता प्रतिपक्ष थे तो उन्होंने इस पद की गरिमा को ऊंचा किया था, जबकि राहुल गांधी पद की गरिमा को घटा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी लोकतंत्र के सबसे मजबूत आधार स्तंभों- न्यायालय, निर्वाचन आयोग और सेना पर लगातार प्रहार कर रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय से कई बार फटकार मिलने और माफी मांगने के बाद भी वह अदालतों पर भरोसा नहीं जताते।’’
मुख्यमंत्री, राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान भारतीय सेना के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा की गई आलोचना से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
अदालत ने राहुल गांधी से यह भी कहा, ‘‘अगर आप सच्चे भारतीय हैं, तो ऐसी बात नहीं कहेंगे।’’
यादव ने कहा, ‘‘जब भी हमारी सेनाओं ने दुश्मन देशों को करारा जवाब दिया तो राहुल गांधी सेना की सराहना करने के बजाय ‘चीन और पाकिस्तान की भाषा’ बोलते रहे।
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि आज कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी को समझना चाहिए कि लोकतंत्र को कमजोर करने से उनकी पार्टी नहीं बच सकती। बेहतर होगा कि वह विपक्ष की भूमिका संविधान के दायरे में रहकर निभाएं और अपनी पार्टी का जनाधार बढ़ाने पर ध्यान दें।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने नेता प्रतिपक्ष के पद की गरिमा को ऊंचा किया था, लेकिन राहुल गांधी इस गरिमा को घटा रहे हैं।’’
मालेगांव बम विस्फोट मामले में भोपाल की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को अदालत से बरी किए जाने से जुड़े एक सवाल पर यादव ने कहा कि इस मामले में न्यायालय के फैसले से ‘‘दूध का दूध और पानी का पानी’’ हो गया।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के सारे षड्यंत्र विफल हो गए और उनका मनगढ़ंत ‘भगवा आतंकवाद’ का नाटक उजागर हो गया। न्यायालय ने सिद्ध कर दिया कि हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता।’’
भाषा ब्रजेन्द्र सुरेश
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