प्रयागराज, पांच अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने कक्षा नौ और 11 के विद्यार्थियों के लिए अग्रिम पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) वेबसाइट पर अपलोड करने के नियमों में ढील दी है। अब केवल दूसरे विद्यालयों से आने वाले विद्यार्थियों की ही टीसी अपलोड करना अनिवार्य होगा।
यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने टीसी अपलोड करने में आ रही दिक्कतों को लेकर कहा कि जो बच्चे उनके स्कूल में पहले से पढ़ रहे हैं, उनकी टीसी अपलोड करने की जरूरत नहीं है। इस पर यूपी बोर्ड को भी उनकी बात तर्कसंगत लगी।’’
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में स्कूलों के कर्मचारियों को साइबर कैफे आदि से टीसी अपलोड कराना पड़ रहा था जिसमें समय और पैसे भी खर्च हो रहे थे इसलिए नियमों में ढील दी गई और अब केवल उन्हीं विद्यार्थियों की टीसी अपलोड करना अनिवार्य है जो किसी दूसरे विद्यालय से कक्षा नौ और 11 में दाखिला लेते हैं।
भगवती सिंह ने कहा कि फर्जी विद्यार्थी कक्षा नौ और 11 में दाखिला ना लेने पाए, यह सुनिश्चित करने के लिए टीसी अपलोड करने का नियम लागू किया गया था।
प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित ज्वाला देवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार ने यूपी बोर्ड के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे विद्यालय के कर्मचारियों पर अनावश्यक बोझ कम होगा।
उन्होंने कहा कि संवेदनशील दस्तावेज अपलोड करने की प्रक्रिया जोखिम भरी थी क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर स्कूल के प्रधानाचार्य ऑनलाइन पंजीकरण के लिए निजी साइबर कैफे का इस्तेमाल करते हैं।
भाषा राजेंद्र
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