देवरिया (उप्र), छह अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक दुष्कर्म पीड़िता ने एक बच्ची को मेडिकल कालेज में जन्म दिया। पुलिस अब इस मामले में बच्चे के पिता का पता लगाने के लिये डीएनए जांच करवायेगी। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
बच्चे के जैविक पिता का पता लगाने के लिये डीएनए जांच किया जाता है। डीएनए (डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल) अणुओं का एक समूह है, जो माता-पिता से बच्चों तक वंशानुगत या आनुवंशिकी संचरण एवं संवहन के लिए जिम्मेदार होता है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दुष्कर्म के आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि जिले के सुरौली थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 15 वर्षीय किशोरी के साथ शशिकांत कुमार गौड़ नामक व्यक्ति ने आठ माह पहले कथित तौर पर दुष्कर्म किया था और किसी को इस बारे में बताने पर उसे जान से मारने की धमकी दी थी।
उन्होंने बताया कि डर की वजह से पीड़िता ने यह बात किसी को नहीं बताई। इस बीच, पीड़िता गर्भवती हो गई तब इसकी जानकारी परिजनों को हुई।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में 23 जुलाई को मुकदमा दर्ज कर गौड़ को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने बताया कि इस बीच, तीन दिन पहले पीड़िता की तबीयत बिगड़ी, और उसे महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया ।
पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने बताया कि पुलिस आरोपी को पहले ही जेल भेज चुकी है और अब पुलिस बच्ची को पिता का नाम दिलाने के लिए डीएनए जांच कराएगी, जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
उन्होंने बताया कि पुलिस इस सिलसिले में न्यायालय से अनुमति लेकर आगे की कार्रवाई करेगी।
भाषा सं सलीम नरेश रंजन
रंजन
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