कोलकाता, सात अगस्त (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर कुल 50 प्रतिशत शुल्क लगाए जाने को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र पर तीखा हमला करते हुए इसे ‘‘कूटनीतिक विफलता’’ करार दिया तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर अर्थव्यवस्था को खतरे में डालने का आरोप लगाया।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में शामिल होने के बजाय केंद्र को यह जवाब देना चाहिए कि इतनी ऊंची दरें क्यों लगाई गईं।
बनर्जी ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन की बैठक में भाग लेने के लिए नयी दिल्ली रवाना होने से पहले कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘सवाल उन लोगों से पूछे जाने चाहिए जो (अमेरिकी राष्ट्रपति) डोनाल्ड ट्रंप के साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं।@@
उन्होंने कहा,‘‘ट्रंप के लिए प्रचार करने वालों से इस बारे में सवाल किए जाने चाहिए। यह शुल्क भारत की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित करेगा। यह एक कूटनीतिक विफलता है।’’
लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नवनियुक्त नेता बनर्जी ने कहा कि कभी अपने ‘‘56 इंच के सीने’’ का बखान करने वाली भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को अब दूसरे देश ‘‘लाल आंखें’’ दिखा रहे हैं।
बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं एक प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के तौर पर पांच देशों में गया था लेकिन कुल मिलाकर 11 देशों ने भी पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा नहीं की। कुछ लोगों ने ट्रंप के लिए चुनाव चुनाव प्रचार किया था और उन्होंने (ट्रंप ने) भी कोविड-19 के प्रकोप से दो महीने पहले भारत आकर उन लोगों के लिए प्रचार किया था। वे लोग ही यह बेहतर बता सकते हैं कि अमेरिका ने भारतीय निर्यात पर 50 प्रतिशत शुल्क क्यों लगाया।’’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के विपरीत, न तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और न ही तृणमूल कांग्रेस ने ट्रंप को कभी आमंत्रित किया और न ही उनके लिए पैरवी की।
बनर्जी ने आगे कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मृत हो चुकी है। मैं इस बयान से सहमत नहीं हूं लेकिन मैं यह जरूर कहूंगा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत खराब है।’’
डायमंड हार्बर से सांसद ने कहा कि शुल्क वृद्धि से तीन प्रमुख क्षेत्र – आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी), औषधि एवं कपड़ा उद्योग- सबसे अधिक प्रभावित होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘आईटी, औषधि और कपड़ा-इन तीन क्षेत्रों से संबंधित वस्तुओं और सेवाओं पर इसका समग्र प्रभाव पड़ेगा। रोजगार के अवसरों में कमी आएगी।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले सप्ताह घोषित 25 प्रतिशत शुल्क के अतिरिक्त बुधवार को भारत पर रूसी तेल की खरीद को लेकर 25 प्रतिशत शुल्क और लगा दिया, जिससे भारत पर कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है और यह अमेरिका द्वारा किसी भी देश पर लगाए गए सबसे अधिक शुल्कों में से एक है।
भाषा
सिम्मी रंजन
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