जयपुर, सात अगस्त (भाषा) झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव का वह सरकारी स्कूल बृहस्पतिवार से दोबारा खुल गया जिसका इमारत का हिस्सा ढहने से लगभग दो हफ्ते पहले दर्दनाक हादसा हो गया था।
अधिकारियों ने बताया कि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पिपलोदी को वैकल्पिक प्रबंध के तहत एक नए भवन में शुरू किया गया है। इस भवन में बच्चों के लिए क्लासरूम, पानी, शौचालय आदि के समुचित प्रबंध किए गए हैं। गांव में इस स्कूल का नया भवन बनने तक यह व्यवस्था की गई है।
उल्लेखनीय है कि 25 जुलाई को इस सरकारी स्कूल की इमारत का एक हिस्सा ढहने से सात बच्चों की मौत हो गई थी और 27 अन्य घायल हो गए थे। उसके बाद स्कूल की इमारत को ढहा दिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को स्कूल में 55 बच्चे आए जिनका स्वागत तिलक लगाकर व माला पहनाकर किया गया। विद्यालय की ओर से किए गए स्वागत- अभिनंदन से बच्चे प्रसन्न नजर आए।
बच्चों के साथ अभिभावक भी विद्यालय पहुंचे औऱ व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
बच्चों को इस मौके पर बैग, किताबें, ड्रेस आदि वितरित किए गए। विद्यालय में नियमित कक्षाएं संचालित की गई।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बृहस्पतिवार को पिपलोदी गांव पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मिले।
डोटासरा ने ‘एक्स’ पर लिखा,“आज झालावाड़ के पिपलोदी स्कूल में हादसे की जगह पहुंचा तो मन भर आया, जहां कुछ मासूम फूल अब कभी नहीं खिल पाएंगे। वहां पसरा सन्नाटा, जमींदोज़ पड़ा स्कूल भवन का मलबा इंसान को अंदर तक तोड़ देने के लिए काफी था। स्कूल में जाकर बच्चों से बात की तो हृदय बेहद भारी सा हो गया, और भीतर तक अनंत वेदनाओं के तले दब गया।’
डोटासरा के अनुसार, यह हादसा ‘सिस्टम’ की नाकामी और असंवेदनहीनता का परिणाम है, यह अपार दु:ख केवल पीड़ित परिवारों का नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का है।
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