मुंबई, 14 अगस्त (भाषा) अलाना समूह की अनुषंगी कंपनी इंडियन पॉल्ट्री अलायंस (आईपीए) बढ़ती उपभोक्ता मांग के बीच अपने परिचालन के पहले वर्ष में 800 करोड़ रुपये का कुल कारोबार हासिल करने के लिए तैयार है।
आईपीए ने ब्रीडर फार्म, हैचरी, फीड प्लांट, ब्रॉयलर कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग, मूल्यवर्धित लाइन और रेंडरिंग इकाइयों में एकीकृत मॉडल के माध्यम से किशनगंज, ज़हीराबाद, कोयंबटूर और अलीगढ़ में अपनी उपस्थिति तेजी से बढ़ाई है।
इंडियन पॉल्ट्री अलायंस (अलाना ग्रुप) के चेयरमैन चित्तरंजन बहल ने बयान में कहा, ‘‘हम पहले वर्ष में 800 करोड़ रुपये के आंकड़े को छूने को तैयार हैं, जो भारत के पॉल्ट्री क्षेत्र में हमारे द्वारा किए जा रहे संरचनात्मक बदलाव का प्रतिबिंब है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा एकीकृत मॉडल, तेज़ भौगोलिक विस्तार और रणनीतिक अधिग्रहण भारत में एक आधुनिक, प्रसंस्कृत पॉल्ट्री पारिस्थितिकी तंत्र की ओर बदलाव की नींव रख रहे हैं।’’
कंपनी ने कहा कि भारत का पॉल्ट्री बाज़ार, जिसका मूल्य वर्ष 2024 में 2,304 अरब रुपये था, वर्ष 2033 तक सालाना 12.6 प्रतिशत बढ़कर 8,430 अरब रुपये होने का अनुमान है। यह सुरक्षित, अधिक सुसंगत और सुविधाजनक प्रसंस्कृत स्वरूप की ओर तेज़ी से बदलाव के कारण है।
आईपीए की विकास यात्रा को मार्च में क्वालिटी एनीमल फीड के 300 करोड़ रुपये के अधिग्रहण से समर्थन मिला है, जिसमें परिचालन के विस्तार के लिए अतिरिक्त 200 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं।
पश्चिम और दक्षिण भारत, दीर्घकालिक क्यूएसआर साझेदारियों और उन्नत चारा क्षमताओं ने आईपीए की उत्पादन क्षमता और बाज़ार पहुंच को बढ़ाया है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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