बेंगलुरु, 16 अगस्त (भाषा) भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तारीफ के लिए प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करने वाले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर शनिवार को निशाना साधा और कहा कि संघ भाजपा का वैचारिक, बौद्धिक व कार्यप्रणालीगत आधार बना रहेगा।
संतोष ने कहा कि देश की जनता ने आरएसएस की विचारधारा को स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही।
भाजपा नेता ने कहा, “हमारे मुख्यमंत्री (सिद्धरमैया) बड़बड़ा रहे थे कि गांधी की हत्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने की थी। कल प्रधानमंत्री ने संघ का नाम लिया था। उन्होंने (प्रधानमंत्री ने) वहां (दिल्ली में) नाम लिया, लगता है कि इससे उन्हें (मुख्यमंत्री को) यहां (बेंगलुरु में) जलन हो रही है।”
सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के बयान से न केवल सिद्धरमैया बल्कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी नाराज हैं।
उन्होंने कहा, “मैं इस सभा के माध्यम से सिद्धरमैया को बताना चाहता हूं कि संघ हमेशा भाजपा का वैचारिक, बौद्धिक व कार्यप्रणालीगत आधार रहेगा। यह हमेशा मौजूद रहेगा। यह राष्ट्रीय जीवन की मुख्यधारा में प्रवेश कर चुका है। देश के अधिकांश लोगों ने इस विचारधारा को स्वीकार कर लिया है। इसलिए, आपका या केरल, तमिलनाडु या बंगाल में आपके सहयोगियों का ट्वीट लोगों के मन को विचलित नहीं कर सकता।”
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को “दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ” बताया था।
सिद्धरमैया ने शुक्रवार को ही इसपर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि संघ ‘‘दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक लाभ अर्जित करने वाला, नफरत फैलाने वाला और सबसे विभाजनकारी, गैर-पंजीकृत, कर न देने वाला, और भारतीयों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की साजिश रचने वाला संगठन है।”
भाषा जोहेब प्रशांत
प्रशांत